साहित्य की उपेक्षा सभ्य समाज के लिए शुभ संकेत नही!- कवि रामयश अविकल
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: साहित्य समाज का दर्पण है तथा साहित्य को आत्मसात करके ही सभ्य व सुसंस्कृत समाज का निर्माण किया जा सकता है। यह बातें माँझी के रघुनाथ गिरी के मठिया स्थित माँ सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में आयोजित सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए भोजपुर से पधारे प्रसिद्ध कवि रामयश अविकल ने कहीं। उन्होंने कहा कि वर्तमान संचार क्रांति के इस दौर में साहित्य की जिस तरह उपेक्षा हो रही है व सभ्य समाज के लिए शुभ संकेत नही है। मौके पर उन्होंने अपनी रचनाओं से श्रोताओं की भरपूर वाहवाही लूटी।
मौके पर विद्यालय के अध्यक्ष अमरनाथ तिवारी तथा प्रबंधक उमेश कुमार गिरी ने अतिथियों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया। इस अवसर पर माँझी के थानाध्यक्ष अमित कुमार ने विद्यालय के चयनित बाल संसद सदस्यों व मंत्रियों को पठन पाठन सामग्री से सम्मानित किया। मौके पर अतिथियों ने बृक्षारोपण कर पर्यावरण की सुरक्षा का संकल्प दुहराया। समारोह में आधा दर्जन पुलिस पदाधिकारी एवम अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। समारोह का संचालन प्रभाकर शर्मा ने किया।