सरयु नदी के जलस्तर में बेतहाशा बढोत्तरी: लोगों की नींद हराम!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: पिछले तीन दिनों के भीतर सरयु नदी के जलस्तर में अचानक हुई बेतहाशा बढोत्तरी के कारण माँझी प्रखण्ड के जईछपरा से मझनपुरा तक के सीमावर्ती गाँव के लोगों की नींद हराम कर दी है। माँझी में सरयु का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुँच गया है। सरयु नदी में अचानक आई बाढ़ में नदी किनारे सैकड़ों एकड़ भूमि में लगी अरहर मक्का तथा धान के अलावा लौकी, करेला, नेनुआ तथा भिंडी एवम मिर्च की फसल बुरी तरह बर्बाद हो गई हैं। इस बीच डुमरी तथा फतेहपुर गाँव के बीच चार स्थानों पर रिंग बांध के टूट जाने से माँझी ताजपुर सड़क के दक्षिण की दर्जनों एकड़ फसल जलमग्न हो गया हैं। ताजपुर से महम्मदपुर तक दाहा नदी के दोनों तरफ बांध पर पानी का जबरदस्त तनाव बना हुआ है। जबकि माँझी से ड्यूमाइगढ तक नदी किनारे के ग्रामीण खुद बांध की सुरक्षा में लगे हुए हैं। कई स्थानों पर बाढ़ का पानी मुख्य सड़क के किनारे तक पहुँच गया है। लोगों का अनुमान है कि यदि पानी का बढ़ना जारी रहा तो गुरुवार तक माँझी की सड़कों पर पानी बहने लगेगा।
इधर माँझी नगर पँचायत क्षेत्र में स्थित डाकघर के समीप स्थित सड़क पुल होकर दीघा पोखरा में सरयु का पानी लबालब भर गया है तथा दीघा पोखरा का पानी ओवरफ्लो होकर दर्जन भर घरों में प्रवेश कर गया है। इस वजह से उक्त घर के लोग दूसरे के घरों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। साथ ही बाढ़ का पानी माँझी बनवार मुख्य पथ पर माली टोला के समीप बह रहा है।
सरयु नदी में आये उफान के कारण माँझी का श्मसान घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया है तथा शव यात्री श्मसान घाट छोड़कर रेलवे की परती पड़ी जमीन पर ऊँचें स्थानों पर शव का दाह संस्कार करने को विवश हो गए हैं। बाढ़ की वजह से रामघाट स्थित हनुमान गढ़ी मन्दिर परिसर में पानी पूरी तरह फैल गया है तथा मौनिया बाबा मंदिर परिसर एवम बहोरन सिंह के टोला स्थित राम जानकी मंदिर परिसर पानी से चारों तरफ से घिर गया है। नदी में अचानक आई बाढ़ में बहकर आये विषैले साँप व अन्य जीव जंतु लोगों के घरों में प्रवेश कर गए हैं जिससे दहशतजदा ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हो रहे हैं। बाढ़ की हालात को देखते हुए स्थानीय प्रशासन एलर्ट मोड़ में है तथा किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।