संठा के महावीरी पूजा में तीन शताब्दियों से हर घर से झंडा और प्रसाद चढ़ाने की परंपरा!
सारण (बिहार): संवाददाता सत्येन्द्र कुमार शर्मा: संठा में महावीरी पूजा धूमधाम से सम्पन्न हर घर से झंडा एवं प्रसाद चढाने का प्रचलन आज भी कायम है। जिले के गरखा प्रखंड के मौजमपुर पंचायत अंतर्गत ग्राम संठा के महावीर मंदिर में शनिवार को वार्षिक भव्य पूजा की गई। वार्षिक पूजा को ले मंदिर परिसर तथा गांव के रास्ते पर दिनभर मेला लगा रहा । वहीं इस पूजा में दूर दराज से संठा एवं आसपास के गांव के घरो में लोग इस पूजा को देखने के लिए आए हुए थे। गौरतलब है कि इस पूजा में गरखा प्रखंड के अलावे विभिन्न प्रदेशों से भी श्रद्धालु यहां आकर अपनी मन्नते पूरे होने पर मंदिर परिसर में ध्वज लगाने का संकल्प लेते हैं। गांव के लोग कहते हैं कि यह वार्षिक पूजा श्रावण माह के अंतिम मंगलवार या शनिवार को ही चढ़ती है और यह परंपरा लगभग 300 वर्षों से जारी है।
इस संबंध में गांव के लोग बताते हैं कि लगभग 300 वर्ष पूर्व गांव के किसी व्यक्ति को बाढ़ में हनुमान जी की मूर्ति मिली थी और उन्हीं के द्वारा महावीर जी स्वप्न में मंदिर स्थापित करने को बोले थे। तब से यह परंपरा चली आ रही है।
गांव के युवा एवं बुजुर्ग इस पूजा में बढ़ चढ़कर भाग लेते है तथा पूजा में आए लोगो को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका ध्यान रखते है। यहां के लोगों में महावीर जी की आस्था इतनी है जिसका अंदाजा आप मंदिर परिसर में लगे ध्वज से लगा सकते हैं। जिले में इस तरह का भगवान महावीरजी की पूजा चर्चा का विषय है। सालों साल इस पूजा का महत्व और प्रचार बढते जा रहा है । भीषण गर्मी के बचाव के लिए दीपक इलैक्ट्रानिक की ओर से शुद्ध शीतल जल की भी व्यवस्था किया गया था।