नीरज पाण्डेय अमर रहे!
बीएसएफ जवान नीरज पाण्डेय का शव कोलकाता से पहुंचा गाँव!
क्षेत्र हुआ गमगीन!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: शहीद नीरज पाण्डेय का शव आज उनके पैतृक गाँव अलियासपुर पहुंचते ही क्षेत्र गमगीन हो गया। वहीं उनके परिवार में कोहराम मच गया। इस दौरान 'नीरज पाण्डेय अमर रहे' के नारा से क्षेत्र गूंज उठा।
हार्ट अटैक की वजह से हुआ निधन!
बताया जाता है कि सारण जिले माँझी प्रखंड क्षेत्र के अलियासपुर गाँव निवासी व सेना के पूर्व जेसीओ स्व स्वामीनाथ पाण्डेय के पुत्र नीरज पाण्डेय का रविवार को हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया था। वे पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बीएसएफ के एसआई के पद पर पदस्थापित थे।
वहीं आज सोमवार को नीरज पाण्डेय का शव उनके गाँव मे पहुँचते ही कोहराम मच गया तथा सैकड़ो लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई तथा उनकी आंखें भर आईं। वहीं परिजनों के रुदन क्रन्दन से क्षेत्र गमगीन हो गया। इससे पहले बीएसएफ के विशेष वाहन से जवानों के काफिले के साथ कोलकाता से माँझी लाए जा रहे शव की गाँव के बाइक सवार दर्जनों युवकों द्वारा छपरा शहर से माँझी तक आगवानी की गई। बाइक सवार युवक 'भारत माता की जय' तथा 'नीरज भैया अमर रहें' का नारा लगा रहे थे।
माँझी में हुआ अंतिम संस्कार!
शहीद नीरज पांडे के अंतिम यात्रा में लगभग सैकड़ों लोग शामिल हुए। जानकारी के अनुसार अलियासपुर से माँझी तक की लगभग चार किमी लम्बी निकली शवयात्रा में मृतक के अग्रज क्रमशः आर्मी के अवकाश प्राप्त कर्नल ललित पाण्डेय, एयर फोर्स के रिटायर एयर मैन केशव पाण्डेय, आर्मी के रिटायर सब मेजर बाल मुकुंद पाण्डेय, छपरा के सदर एसडीओ संजय कुमार राय, माँझी की राजस्व पदाधिकारी रोजी कुमारी, थानाध्यक्ष अमित कुमार, स्थानीय मुखिया मुन्ना साह, सरपंच शिव कुमार साह के अलावा पूर्व मुखिया परमहँस प्रसाद, भाजपा नेता हेम नारायण सिंह, रणविजय उर्फ धड़ाका सिंह, कुंदन कुमार, अनु खान, नागेन्द्र ठाकुर तथा आशीष मिश्रा सहित सैकड़ों ग्रामीण आदि भी शामिल थे। माँझी श्मसान घाट पर शहीद का दाह संस्कार राजकीय सम्मान के साथ सम्पन्न हो गया। मुखाग्नि मृतक के पुत्र आयुष पाण्डेय ने दी। तिरंगे में लिपटे शव को साथ आए जवानों ने सशस्त्र सलामी दी तथा छह राउंड फायरिंग भी की।
दस दिन पहले ही मिला था पदोन्नति!
साथ आए बीएसएफ के जवानों ने बताया कि वे पिछले 31 वर्षों से बीएसएफ में तैनात थे तथा सात वर्षों बाद रिटायर होने वाले थे। निधन से महज दस दिन पहले ही उनका एसआई के पद पर पदोन्नति हुआ था तथा परिजनों ने मिठाई बांट कर अपनी खुशी का इजहार भी किया था। लेकिन शायद यही प्रमोशन परिजनों के जेहन में उनका अंतिम यादगार भी बनकर रह गया। परिजनों ने बताया कि मृतक को एक पुत्र तथा एक पुत्री हैं तथा फिलहाल दोनों अविवाहित हैं। मृतक का पुत्र आयुष पाण्डेय यूपीएससी की तैयारी कर रहा है, जबकि पुत्री दिल्ली में शिक्षिका है।