बरसात: धुल जायेंगे सब के मैल!
आया मौसम बरसात का
धुल जायेंगे सब के मैल।
चारों तरफ छा जायेगी
हरियाली के संग ठंडक।
क्योंकि तपती धूप गर्मी से
मिल जाता है सबको सकून।
इसलिए पशु-पक्षी जीव-जंतु
हो जाते है बरसात से खुश।।
अन्न आदि देकर धरा भी
बहुत तप जाती है।
और अपने अंदर की
शीतलता को खो देती है।
जिसके कारण वो प्यासी
और उखड़ने लगती है।
इसलिए उसे भी बरसात का
मौसम बहुत प्यारा लगता है।।
गिरते बरसात के पानी से
भूमि प्यास बुझाती है।
और फिर अंदर से वो
पुन: शीतल हो जाती है।
और अपनी गोद में फिर से
बीजों आदि को लेकर।
सब्जी भाजी अन्न आदि
देश वासियों को देती खाने को।।
इसलिए बरसात का यारो
बहुत महत्व होता है।
जो लोगों को करना सिखाती
आपस में प्यार मोहब्बत।
और मोहब्बत करने वालों को
अनुकूल वातावरण बनाती है।
और प्यार मोहब्बत करने को
एक दूसरे से मिलवा देती है।।
संजय जैन "बीना"