लटकती मौत, जिम्मेवार कौन?
महम्मदपुर मेढौरी देवी मुख्य मार्ग पर एक मकान के समीप तथा दूसरा हनुमान मंदिर के समीप लटका एलटी तार, हादसे की आशंका।
सारण (बिहार) संवाददाता नितेश सिंह: आए दिन शहरों समेत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के तार से प्रवाहित करंट की चपेट में आने से मौत की खबरें आती रहती हैं। आज से वर्षों पहले शहर व गांव के किनारे हाईटेंशन लाइन का जाल बिछाया गया, मगर बाद में शहरों व गांवों के विकास के साथ साथ जमीन भी बिकती गई। लोग जमीन खरीदते भी गए और धड़ाधड़ मकान भी बनाते गए। समय के साथ सड़कों का भी विस्तार होता गया। सड़कें उंची होती गयी और विद्युत के तार नीचे लटकता गए। इसके बाद वही तार उनके घरों की छतों के उपर सामने या फिर सड़कों के किनारे आ गए। ये बिजली के तार सीधे तौर पर मौत के तार हैं, जो मौत को आमंत्रण दे रहे हैं।
ऐसा हीं वाक्या सारण जिले के माँझी थाना क्षेत्र के महम्मदपुर पश्चिम पट्टी में स्थित सड़क किनारे एक मकान के समक्ष देखने को मिला है, जो विद्युत विभाग की लापरवाही की पोल खोल रहा है। दूसरा वाक्या महम्मदपुर गाँव स्थित हनुमान मंदिर के समीप देखने को मिला, जहाँ सड़क किनारे कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी हैं, जहां हमेशा वाहनों का आना जाना लगा रहता है। वहीं ये महज 10 फुट की उंचाई पर लटके एलटी तार से कभी भी दुर्घटना हो सकती है। यह आशंका वाजिब भी हैं। जरा सी चुक हुई कि बड़ा हादसा हुआ। इन तारों को हटाने में विभाग भी रूचि नहीं दिखा रहा। आखिर कब खुलेगी नींद? क्या किसी के मौत के बुलावा का इंतजार कर रही है विभाग?
ऐसे में दुर्घटना की आशंका से आस पड़ोस के घरों में रहने वाले लोग भय में जीने को मजबुर हैं। इस संबंध में विभाग के जेई से कोई संपर्क स्थापित नहीं हो पाया। ग्रामीणों के माने तो किसी भी परिस्थिति में फोन करने पर जेई साहब तथा लाइन मैन फोन नही उठाते है।