एक महिला के इलाज में टाय टाय फिस्स हुआ आयुष्मान कार्ड!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: गरीबी का मार झेल रहे माँझी प्रखण्ड के गोबरही टोला निवासी राजेश गीरी की पत्नी और परिवार अब सरकार से भी निराश हो चुकी है। दरअसल परिवार की अब आर्थिक स्थिति उतनी मजबूत नहीं है की राजेश गिरी अपनी पत्नी का इलाज करा सके। उनकी पत्नी का ब्रेन हेमरेज हो चुका है और वे अब इलाज कराने में असमर्थ हो चुके है।
उनके पुत्र अंकित कुमार गीरी ने बताया कि मेरी आर्थिक स्थिति सही नहीं रहने के कारण इलाज नहीं हो सकता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीब तपके के लोगो के लिए जो आयुष्मान कार्ड बनवाए गए है, सब बेकार है। क्योंकि जिस कार्ड से मेरी मां का इलाज नहीं हो पा रहा है वह क्या है! बेकार ही तो है।
वही समाजसेवी सुधीर सिंह ने कहा कि एकमा, छपरा, पटना व लखनऊ के बड़े बड़े अस्पताल के चक्कर लगाया जा चुका है। लेकिन कही भी आयुष्मान कार्ड से इस महिला का इलाज नहीं पा रहा है। हर जगह आयुष्मान कार्ड टाय टाय फीस साबित हो गया है। इलाज के अभाव में अंकित गीरी की माँ अब जिंदगी और मौत से जुझ रहीं हैं। उक्त मौके पर सेवा निवृत्त शिझक त्रिगुणा सिंह, नरेन्द्र सिंह, बीरबल गीरी, सुरेन्द्र सिंह इत्यादि दर्जनों लोग उपस्थित थे।