विश्व स्वलिनता जागरूकता दिवस पर बच्चों ने बैनर बना सोशल मीडिया पर पोस्ट!
गाज़ियाबाद (उत्तरप्रदेश): हर वर्ष दो अप्रैल के दिन विश्व स्वलिनता जागरूकता दिवस (World Autism Awareness Day) मनाया जाता है। इस अवसर पर मंगलवार को गाज़ियाबाद के साहिबाबाद के स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ रिहैबिलीटेशन राजेन्द्र नगर में विश्व स्वलिनता जागरूकता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इंस्टिट्यूट ऑफ रिहैबिलिटेशन के अंतर्गत संचालित ओम साई स्पेशल स्कूल के 25 स्वलीनता से ग्रसित, 35 मंद बुद्धि, 38 बधिर बच्चे, 12 सेरेबरल पल्सी तथा 23 मल्टीप्ल डिजाबिलिटी के बच्चों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसके अतिरिक्त स्कूल के विशेष शिक्षक, स्पीच थिरैपिस्ट, मनोंवैज्ञानिक चिकित्सक, अकुपेशन थिरैपिस्ट तथा इस संस्था में डी.एड.(विशेष शिक्षा) में अध्ययन कर रहे 200 विद्यार्थियों ने स्कूल के डायरेक्टर श्रीमति मंजू गुप्ता के निर्देशन में बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रजावलित कर तथा मंत्रोच्चारण के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दिव्यांग और समाजसेवी श्री राजपाल सिंह रहे। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि दिव्यांगजन किसी से कम नहीं होते है। उन्हें थोड़ी सी मार्गदर्शन दी जाय तो वे सबकुछ कर सकते है। इस अवसर पर ऊतर प्रदेश के दिव्यांग सलाहकार बोर्ड की सदस्या श्रीमति मंजू गुप्ता ने स्वलीनता के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से वर्णन किया। इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों के द्वारा पेंटिंग, संगीत, नृत्य तथा खेल कूद और दर्जनों कंपटीशन कराया गए। इस दौरान विशेष शिक्षकों के द्वारा नुक्कड़ नाटक के द्वारा स्वलीनता की शीघ्र पहचान, जांच, उपचार और माता-पिता के कर्तव्यों को प्रदर्शित किया। उनलोगों ने इस विषय पर बैनर बनाकर प्रदर्शित किया तथा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
इस अवसर पर संस्था के प्राध्यापिका श्रीमति प्रीति अरोरा, श्रीमति बबीता शर्मा, श्रीमति मंजूषा सिंह, श्रीमति बिमला श्रीवास्तव, श्रीमति सुनीता मिश्रा, श्रीमति आकांक्षा तथा अध्यापक श्री शमसुजुहा, श्री आदेश भढ़ाना, श्री शिवम, श्री जीशान सहित दर्जनों शिक्षकों ने भाग लिया। वहीं भाग लेने वाले सभी दिव्यांग बच्चों को श्रीमति मंजू गुप्ता ने विभिन्न तरह के शैक्षिक खिलौने देकर प्रोत्साहित और सम्मानित किया। विशेष शिक्षक प्रशिक्षणार्थियों को पुरस्कार और सर्टिफिकेट देकर उन्हे प्रोत्साहित किया गया। अंत मे श्री अनूप केशरी ने धन्यवाद दिया और कार्यक्रम का समापन किया गया।