रमजान का आखिरी नमाज! अलविदा नमाज में मांगी गई अमन चैन के लिए दुआएं!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: माँझी के विभिन्न मस्जिदों में रमजान महीने के आखिरी शुक्रवार (जुम्मा) को अलविदा का नमाज अदा किया गया। अलविदा नमाज को लेकर माँझी में भारी भीड़ देखी गई। नमाज अदा करने गए लोगों ने दुनिया में अमन चैन के लिए दुआएं मांगी। माँझी हसन अली बाजार के छोटी मस्जिद में ईद के नमाज का समय भी निर्धारित किया गया। इसकी जानकारी देते हुए इमाम मजहर हुसैन मुन्ना ने बताया कि ईद की नमाज सुबह साढ़े सात बजे अदा की जाएगी। इसके बाद रमजान के पाक महीने की विशेषता पर इमाम मजहर हुसैन द्वारा द्वारा प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा की इस्लाम के मुकद्दस महीने रमजान का अंतिम शुक्रवार माह-ए-रमजान के आखिरी शुक्रवार को अलविदा जुमा या जुमातुल विदा भी कहा जाता है। इस दिन रोजेदार मस्जिदों में नमाज अदा करते हैं।
वैसे तो इस्लाम में शुक्रवार जुम्मा के दिन को बहुत ही खास माना जाता है। लेकिन रमजान महीने में पड़ने वाले जुमा का महत्व कई गुना बढ़ जाता है।अलविदा जुमा पर हर मुसलमान के लिए नमाज अदा करना जरूरी माना जाता है। क्योंकि इस्लाम में अलविदा जुमा के नमाज की खास फजीलत है। अलविदा जुमा पर दोपहर के समय नमाज अदा की जाती है। लेकिन अलग-अलग गाँव एवम शहरों में नमाज अदा करने के समय में थोड़ा फर्क होता है। माँझी के हसन अली बाजार,माली टोला,गढ़ बाजार मियां पट्टी डुमरी नरपलिया सैदपुरा सोनबरसा आदि दर्जनों जगहों पर नमाज अदा की गई।