प्रलय: भीषण आगलगी में सैकड़ों एकड़ में लगी खड़ी फसल जलकर खाक!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: माँझी थाना क्षेत्र के ग़ैरतपुर भभौली के सामने यूपी की सीमा से सटे दियारे में शुक्रवार को दोपहर में लगी आग ने लगभग पाँच किलोमीटर की लंबाई व उतनी ही चौड़ाई तक फैली भीषण आग में सैकड़ों एकड़ में लगी गेंहूँ सरसो व अरहर आदि की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई। दिन भर चली तेज पछिया हवा के कारण आग लगातार फैलता ही जा रहा है। समाचार भेजे जाने तक आग से तबाही बदस्तूर जारी थी। आगलगी में सैकड़ों छोटे पेड़ पौधे,दर्जनों एकड़ में लगी खीरा, ककड़ी, तरबूज,व परवल की फसलें झुलसकर बर्बाद हो गई। सरयु के दोनो तरफ बह रही नदी की धारा के बीचोबीच रेत पर लगी आग को बुझाने का कोई साधन उपलब्ध नही होने की वजह से यूपी बिहार के सीमावर्ती गांवों के किसान ट्रैक्टर व अन्य बड़े मशीनों से गेंहूँ की धुंआधार कटनी करके आग से बचाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे थे। आग का भयानक मंजर व उसकी तेजी से बढ़ रही लपटों से बचने के लिए लोग पानी में कूदकर अपने शरीर की तपिश व प्यास मिटा रहे थे। पाँच किमी के ब्यास में किसानों की भगदड़ जैसी स्थिति देखकर नदी के इस पार खड़े होकर आगलगी का वीभत्स नजारा देख रहे लोगों के रोंगटे खड़े हो जा रहे थे।
ग़ैरतपुर से डुमरी के बीच नदी के इसपार नदी के किनारे खड़े लोग आग की चिनगारी के हवा में तैरकर इस पार पहुँचने की आशंका से भयभीत थे तथा नदी के इसपार खेतों में लगी फसल को समेटने में परेशान थे। आगलगी का कारण पूछे जाने पर कई लोगों ने बताया कि रेत पर चोरी छिपे सैकड़ों देशी शराब की भट्ठियाँ सक्रिय हैं। लोगों ने आशंका ब्यक्त की है कि अवैध शराब भट्ठियों से निकली चिनगारी ने यूपी तथा बिहार के सैकड़ों छोटे व मझोले किसानों की साल भर की कमाई को खाक में मिला दिया। लोगों ने बताया कि बड़े बड़े खेतिहर अपनी फसलों को पहले ही समेट चुके हैं। आगलगी में ज्यादातर छोटे व मझोले किसानों का नुकसान हुआ है। उधर आग से निकल रहा धुआँ तथा राख नदी के इस पार कई गाँवों तक फैल गया है। हवा कम होने के बाद ही आग की लपटों के कम होने तथा बर्बादी रुकने की लोग सम्भावना जता रहे थे।