राम घाट पर सरयू नदी की धारा हुई दोगुनी! बढ़ गई अनहोनी की आशंका!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: माँझी के जय प्रभा सेतु के समानांतर बन रहे नए सेतु के निर्माण में तेजी लाने के उद्देश्य से निर्माण कम्पनी ने सरयु नदी के आधे हिस्से पर मिट्टी का बांध बनाकर नदी की अविरलता को संकुचित कर दिया है। यूपी की सीमा की ओर से नदी के मध्य भाग तक मिट्टी डालकर अस्थायी बांध बना दिये जाने की वजह से नदी के बचे हुए हिस्से में नदी की धारा अचानक दोगुनी हो गई है। नदी की धारा में अचानक हुई बढोत्तरी के कारण नदी की सतह में मिट्टी का जबरदस्त क्षरण हो रहा है। नदी के भीतर गहरे हो रहे पानी में स्नान के लिए आने वाले लोगों के डूबने का खतरा बढ़ गया है। जानकार लोगों का कहना है कि सरयु नदी की अविरल धारा की घेरा बंदी कर दिए जाने के कारण उसकी अविरलता तार तार होकर रह गई है। उधर जानकार लोगों का कहना है कि नदी की घेराबंदी कर दिए जाने से नदी में मौजूद जलीय जन्तुओं के अस्तित्व पर संकट उतपन्न हो गया है। बांध के जरिये नदी में मौजूद जलीय जन्तुओं के निर्वाध विचरण पर पाबन्दी लगा दिए जाने से पर्यावरण पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। बताते चलें कि सेतु के निर्माण की शीघ्रता एवम आपाधापी में इंजीनियरों द्वारा सीमेंट की पाईप के सहारे धारा को प्रवाहित कराने की असफल कोशिश की जा रही है। सेतु निर्माण कम्पनी के इस अजीबोगरीब प्रयोग से आसपास के लोग अचंभित तथा आक्रोशित हैं।