"मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा एवं अनुभव प्रदान करना प्राथमिकता, इसी उद्देश्य से सभी करें अपने कर्तव्यों का निर्वहन! संस्थागत प्रसव, एएनसी और नियमित टीकाकरण का शत प्रतिशत पंजीकरण करें सुनिश्चित। यूविन पोर्टल और आरसीएच पोर्टल पर डाटा अपलोड तथा डाटा अपडेशन करना करें सुनिश्चित!:" जिलाधिकारी
आईडीए और टीबी फोरम को लेकर की गई विस्तृत चर्चा! संबंधित विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद दिया गया आवश्यक दिशा निर्देश।
सारण (बिहार): शहर से लेकर सुदूर ग्रामीण इलाकों में हर एक व्यक्ति को स्वास्थ्य संस्थान के द्वारा बेहतर चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सरकार द्वारा नियमित रूप से विभिन्न प्रकार की योजनाओं और कार्यक्रमों का संचालन किया जाता है जिसका लाभ हर जरूरतमंद व्यक्ति को मिलना चाहिए। उक्त बातें सारण के जिलाधिकारी अमन अमीर ने शनिवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित स्वास्थ्य विभाग से संबंधित समीक्षात्मक बैठक के दौरान कही। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण में मिजिल्स और रुबेला उन्मूलन को लेकर जिला टास्क फोर्स और यक्ष्मा उन्मूलन अभियान में टीबी फोरम से संबंधित समीक्षा भी की।
संस्थागत प्रसव, एएनसी और नियमित टीकाकरण का पंजीकरण शत प्रतिशत कराना सुनिश्चित किया जाए: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि संस्थागत प्रसव, बच्चों के टीकाकरण जैसे - बीसीजी और ओपीवी और त्रैमासिक में प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) के पंजीकरण कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि विभागीय स्तर पर उसका अनुश्रवण और मूल्यांकन किया जा सके। जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सभी की पहली प्राथमिकताओं में शामिल करना बेहद जरूरी है। क्योंकि सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग स्थानीय क्षेत्र की जनता को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं।विभागीय स्तर पर बेहतरीन सुविधा एवं व्यवस्था प्रदान करने के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी हैं।
आईडीए और टीबी फोरम को लेकर की गई विस्तृत चर्चा: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण में मिजल्स और रुबेला को लेकर जिला टास्क फोर्स (डीटीएफ) की समीक्षा करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं का टीकाकरण अनिवार्य रूप से होना चाहिए। क्योंकि भविष्य में बीमारियों से बचाव और सुरक्षित रहने के लिए महत्वपूर्ण है। वही जिले में चल रहे सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान के दौरान 16 फरवरी तक 7 लाख 08 हज़ार 108 लाभुकों को तीन प्रकार की दवाएं खिलाई गई है। यह दवा 28 फरवरी तक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं द्वारा खिलाई जाएगी। वहीं टीबी फोरम की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि टीबी मुक्त अभियान को शत प्रतिशत पूरा करना होगा। इसके लिए पंचायत स्तर पर टीबी मरीजों की पहचान और संदिग्ध रोगियों की जांच को बढ़ाना होगा। जबकि एचआईवी और मधुमेह के रोगियों को विशेष रूप से जांच कराने की जिम्मेदारी यक्ष्मा विभाग की होगी।
यूविन पोर्टल और आरसीएच पोर्टल पर डाटा अपलोड तथा डाटा अपडेशन करना सुनिश्चित होना चाहिए: जिलाधिकारी ने समीक्षात्मक बैठक के दौरान उपस्थित सभी एमओआईसी और बीएचएम से कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों की शत प्रतिशत एवं ससमय उपस्थिति, दवाओं की आपूर्ति एवं उपलब्धता, बाहरी और अंदर भाग की साफ- सफाई सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था, एंबुलेंस की शत प्रतिशत उपलब्धता, गर्भवती माताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं को भुगतान की स्थिति सहित कई बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। विभागीय स्तर पर जितने भी कार्यक्रमो को संचालित किया जा रहा है। सभी को यूविन पोर्टल और आरसीएच पोर्टल पर डाटा अपलोड तथा डाटा अपडेशन करना सुनिश्चित होना चाहिए। ताकि विभाग को अद्दतन जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सके। जिले के चयनित स्वास्थ्य संस्थानों यथा सीएचसी मांझी और दिघवारा सहित कई अन्य एचडब्ल्यूसी को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) को लेकर तैयारी करने के लिए दिशा निर्देश दिया गया। जबकि लक्ष्य कार्यक्रम एवं कायाकल्प योजनाओं के संबंधित जानकारी ली गई। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले असहाय, लाचार या स्वास्थ्य संस्थानों तक नही पहुंचने वाले लोगों के लिए मिल का पत्थर साबित होने वाले टेली कंसलटेंसी और भव्या के संबंध में जानकारी प्राप्त किया गया।
संबंधित विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद दिया गया आवश्यक दिशा निर्देश!
जिलाधिकारी अमन समीर ने जिले में सरकार और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े संचालित कार्यक्रम और योजनाओं को लेकर संबंधित अधिकारी और नोडल अधिकारियों से बिंदुवार जानकारी ली। उन्होंने डीआईओ डॉ चंदेश्वर सिंह और डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ रंजीतेष से मिजल्स और रुबेला सहित नियमित टीकाकरण, सीडीओ डॉ आरपी सिंह और डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय सलाहकार डॉ कुमार विजयेंद्र सौरभ से यक्ष्मा उन्मूलन, डीवीबीसीसीओ डॉ दिलीप सिंह से आईडीए अभियान, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार से कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास को लेकर जानकारी ली।
जिले में संचालित विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं के संबंध में डीपीएम अरविंद कुमार से जानकारी लेने के बाद बेहतर कार्य करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।इस अवसर पर सहायक समाहर्त्ता श्रेया श्री, सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ० चंदेश्वर सिंह, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, यूएनडीपी, पीरामल स्वास्थ्य, जपाइगो और वर्ल्ड विजन इंडिया के अधिकारी और कर्मी के अलावा जिले के सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।