मसाल जुलूस में शामिल शिक्षकों पर कार्रवाई के विरोध में शिक्षकों ने दिया शिक्षा विभाग को अल्टीमेटम!
गोपालगंज (बिहार): बिहार शिक्षक एकता मंच जिला इकाई गोपालगंज की एक बैठक आज बुधवार को शिक्षा विभाग परिसर में हुई, जिसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी गोपालगंज एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना गोपालगंज के संयुक्तादेश से ज्ञापांक 502 दिनांक 13 फरवरी 2024 के आलोक में 10 फरवरी को मसाल जुलूस में सम्मिलित हजारों शिक्षकों एवं शिक्षिका में से मात्र 13 शिक्षकों को नामित करते हुए स्पष्टीकरण कठोर अनुशासनिक कार्रवाई के साथ-साथ फरवरी माह का वेतन बिना स्पष्टीकरण या जवाब प्राप्त हुए रोक दिया गया है, जो विभागीय और न्यायिक दृष्टिकोण से असंवैधानिक है।
मालूम हो कि विधानसभा घेराव के क्रम में लाखों शिक्षकों ने भाग लिया आंदोलन के क्रम में माननीय सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री बिहार सरकार के द्वारा सक्षमता परीक्षा पर सकारात्मक विचार एवं आवश्यक संशोधन को लेकर आधिकारिक तौर पर शिक्षक संगठन के नेताओं के साथ दिनांक 15/02/ 2024 को 2:00 बजे दिन में बैठक निर्धारित की गई है। इस सकारात्मक पहल आश्वासन को लेकर शिक्षक संगठनों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है। आनन-फाननमें शिक्षा विभाग गोपालगंज के द्वारा वेतन बंद करने एवं कठोर अनुशासनिक कार्रवाई का पत्र निर्गत किया गया है, जो आंदोलनरत शिक्षकों को भड़काने एवं एवं उकसाने के नियत से शिक्षक नेताओं को टारगेट कर पत्र निर्गत किया गया है। वहीं शिक्षक नेता सत्येंद्र कुमार और प्रकाश नारायण ने कहा कि कल 15 तारीख के 2:00 बजे दिन तक शिक्षा विभाग द्वारा कार्रवाई का पत्र वापस नहीं किया जाता है, तो बाध्य होकर 6:00 बजे शाम में शिक्षा विभाग कार्यालय के समक्ष दोनों पदाधिकारी का पुतला दहन किया जाएगा, जिसमें जिले के समस्त शिक्षक भाग लेंगे। बैठक में मुख्य रूप से बिहार शिक्षक एकता मंच के सभी सदस्यों के साथ-साथ नीलमणि शाही, रौशन कुमार, दाउद अली, देवेंद्र सिंह, राजकुमार सिंह, नरगीश नाज़, रतिकांत साह, धर्मेंद्र माझी, रामप्रवेश राम, प्रियंका कुमारी, कमलेश्वर प्रसाद आदि शिक्षक मौजूद थे।