शहीद छठू गिरि स्मारक समिति के अध्यक्ष व जेपी सेनानी शारदानंद सिंह के निधन पर जिले सामाजिक एवं राजनैतिक कार्यकर्ताओ में शोक की लहर!
समाजवादी आंदोलनों के हमराही थे शारदानंद!उनके निधन से शहीद स्मारक समिति को गहरी क्षति!: सुमन कुमार गिरि (सचिव)
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: समाजवादी आंदोलनों के अग्रणी योद्धा एवं जन संघर्षों के हमराही जेपी सेनानी एवं शहीद छठू गिरि स्मारक समिति के अध्यक्ष शारदानंद सिंह के निधन पर शहीद स्मारक समिति ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
इस अवसर पर शहीद स्मारक समिति के सचिव श्री सुमन गिरि एवं समिति के संयोजक सह शिक्षक नेता उदय शंकर गुड्डू ने संयुक्त रूप से यह जानकारी देते बताया कि दिल्ली के एम्स हास्पिटल में इलाज के दरम्यान उनकी मृत्यु हो गई। वे विगत कई महीनों से बीमार चल रहे थे। वहीं शारदानंद सिंह के निधन की खबर सुनकर जिले के सभी राजनैतिक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं छात्र-नौजवान, बुद्धिजीवियों में शोक की लहर है।
ज्ञातव्य हो कि शारदानंद सिंह एक लोकप्रिय राजनैतिक कार्यकर्ता के साथ ही जनता के जन संघर्षों के अप्रतिम योद्धा थे, जिनके निधन से समाजवादी आंदोलनों के साथ ही साथ शहीद स्मारक समिति को गहरी क्षति पहुंची है। वे आजीवन स्मारक समिति के अध्यक्ष बने रहे।
बताते चले कि शारदानंद सिंह छात्र जीवन से ही जनता के हितों के बेहतरी के लिए संघर्ष का रास्ता चुना था। हालांकि वे मेधावी छात्र के रूप में इंजीनियरिंग पास भी किये थे। उनके जीवन की आखिरी सांस शहीदों के सपनों को पूरा करने के लिए बेचैन रही। शारदानंद सिंह भले ही भौतिक रूप से आज हमारे बीच नहीं है लेकिन वे जन संघर्षों के आंदोलनों में हमेशा जिन्दा रहेंगे।
शोक व्यक्त करनेवालों में शहीद स्मारक समिति दाउदपुर (सारण) के स्मारक समिति के मुख्य संरक्षक रामनिवास गिरि, शिवनाथ पुरी, डा.जलील, कामरेड अरूण कुमार, डा.रघुवीर भारती, अभय गौस्वामी, कन्हैया यादव, प्रो ओमप्रकाश सिंह, नागेंद्र गिरि, पुरुषोत्तम सिंह, शिक्षक मनोज सिंह, जयकिशोर सिंह, श्रमिक नेता राजेन्द्र सिंह व जलालपुर के राजद अध्यक्ष श्री राम राय आदि सैकडों समिति के सदस्यों के साथ शोकाकुल परिवार के रत्नेश सिंह व परिवार के सदस्य शामिल है। उनका अंतिम संस्कार रिविलगंज के सेमरिया घाट पर कल मंगलवार को शाम में किया जाएगा।