सारण: मुबारकपुर उच्च विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक नही।
शिक्षण कार्य बाधित!
भवन भी आधा अधूरा!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक शिक्षा में सुधार को लेकर चाहे जितने भी तंत्र गढ़ लें पर विभागीय कमियां भी कम नही है। कही पर विद्यालय भवन है तो शिक्षक नही, जहां शिक्षक है वहां छात्र नही।
इसका एक उदाहरण देखने को मिला सारण जिले के माँझी प्रखंड के प्रसिद्ध मुबारकपुर गांव में। यह गाँव पूर्व ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामानंद यादव, बिहार के पूर्व वित्त मंत्री प्रभुनाथ सिंह एवं बिहार सरकार के पूर्व विधायक हज़ारी सिंह के धरती मानी जाती है। यही से पढ़ कर कई लोग कुशल राजनीतिज्ञ और आईएएस और आईपीएस अधिकारी भी बने है। पर मुबारकपुर उच्च विद्यालय विकास से काफी दूर नज़र आ रहा है।
जब विद्यालय की पड़ताल की गई तो पता चला शिक्षण कार्य वर्षो से बाधित है। यहाँ के प्रधानाचार्य ने इस संबंध में बताया कि विद्यालय में मात्र छ: शिक्षक ही है। छात्र एवं छात्राओं की संख्या भी अधिक है। तो शिक्षण कार्य मे बाधा आना स्वाभाविक है। छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए पर्याप्त भवन भी नही है। कुछ भवन अभी निर्माणधीन है। पूर्व विधायक मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह के कार्यकाल में इंटर कॉलेज का भवन ठीकेदारों द्वारा छोड़ दिया गया। ठेकेदारों का कहना था कि मेटेरियल की कीमतों में उछाल आ गयी है। ठेकेदार भी महंगाई के कारण काम छोड़कर भाग पड़े।
जब छात्रों से इस बारे में जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि हिन्दी, अंग्रेजी एवं अन्य विषयों के शिक्षक नहीं होने से पढ़ाई में बांधा पहुंच रही है। वहीं कई ग्रामीणों ने कहा कि जो भी शिक्षक है वे ससमय विद्यालय नही पहुंचते। भवन के अभाव में इंटर तक कि पढ़ाई नहीं हो रही है। जबकि इसी स्कूल से पढ़ाई कर दो आईपीएस अधिकारी भी बने है।
उक्त मौके पर अरविंद सिंह, शिवजी सिंह, पैक्स अध्यक्ष मोहन सिंह व उमेश सिंह सहित दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित थे।