सड़क दुर्घटना में युवा मोटर मैकेनिक की मौत!
6 वर्षीय मासूम बेटे ने दिया मुखाग्नि!
सबकी आँखे हुई नम!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: मांझी-एकमा मुख्य मार्ग पर बरेजा बाजार के धानुक लंका टोली के समीप स्थित जिम सेंटर के पास अज्ञात वाहन की ठोकर लगने से एक मोटर मैकेनिक गम्भीर रूप से जख्मी हो गया, जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार घटना गुरुवार की देर शाम की है। मृत युवक मांझी नगर पंचायत के गोढा गाँव निवासी स्व.चन्द्र देव शर्मा का 33 वर्षीय पुत्र व मोटर मेकेनिक सर्वजीत शर्मा बताया जाता है।
घटना उस समय हुई जब सर्वजीत अपनी बाइक से एकमा स्थित अपने मोटर गैरेज की दुकान से काम कर घर लौट रहा था तभी बरेजा बाजार के समीप स्थित जिम सेंटर के पास किसी अज्ञात चारपहिया वाहन ने सामने से जोरदार टक्कर मार दिया और मौके से फरार हो गया। घटना में बाइक भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। बाद में स्थानीय लोगो ने घटना की सूचना दाउदपुर थाना पुलिस व पंचायत के मुखिया राजेश पाण्डेय को दी। सूचना मिलते ही दाउदपुर थाना पुलिस और मुखिया ने तत्काल मोके पर पहुँचकर जख्मी युवक का अपने स्तर से उपचार कराया और घटना की खबर परिजनों को दी।
घटना की ख़बर पाकर परिजन अनान-फानन में घटनास्थल पर पहुँचे और इलाज के लिए उसे मांझी सीएचीसी लेकर चले गए। वहाँ चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद जख्मी युवक की हालत गंभीर देख कर छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। देर रात इलाज के दौरान जख्मी युवक ने दम तोड़ दिया। घटना की खबर मिलते ही परिजनों मे कोहराम मच गया।
पोस्टमार्टम के बाद शव के घर पहुँचते ही परिजनों में मचा कोहराम!
मृतक सरबजीत का शव शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद जब घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी निर्मला देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। पति के शव से लिपट वह बार-बार बेसुध हो जा रही है। मृतक को एक पुत्र व दो पुत्री है। 8 वर्षीय पुत्री अनामिका कुमारी, छह वर्षीय पुत्र आयुष कुमार की चीखपुकार से माहौल गमगीन बन गया है। वही एक वर्षीय पुत्री रिद्धि कुमारी कभी मां की गोद मे तो कभी किसी की गोद दुबकर सिसकियां भर रही है। परिजनों व बच्चों के विलाप सुन सबकी आंखे नम हो गई। मृतक तीन भाई व एक बहन में सबसे बड़ा था। वह एकमा में अपनी मोटर गैरेज की दुकान पर कई वर्षों से काम करता था।
स्थानीय लोगो ने बताया की सर्वजीत चारपहिया वाहन बनाने वाला एक कुशल मैकेनिक था। जिसके हुनर की चर्चा अक्सर एकमा व आसपास के क्षेत्रों में होती रहती है। मृतक के सिर से बहुत पहले ही माता-पिता का साया उठ चुका था। भाई-बहन की शादी के साथ पूरे परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेवारी मृतक के ही कंधे पर थी। परिवार की माली हालत भी अच्छी नही है।
6 वर्षीय मासूम बेटे ने दिया मुखाग्नि!