संत ताटम्बरी बाबा ब्रम्हलीन! कल दी जाएगी जल समाधि!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: माँझी प्रखण्ड के मझनपुरा स्थित गंगोपडायन मन्दिर परिसर में अवस्थित राम जानकी मन्दिर के पुजारी संत ताटम्बरी बाबा 70 वर्ष का गुरुवार को देहांत हो गया। मौके पर मौजूद रंजन सिंह तथा परमात्मा सिंह ने बताया कि सुबह पूजा पाठ से निव्रित होकर पुजारी बाबा अपने आसन पर पहुँचे तथा अचानक बेहोश हो गए। लोगों ने आनन फानन में उन्हें छपरा सदर पहुँचाया जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आसपास के गांव के लोगों में बेहद लोकप्रिय संत के निधन की खबर मिलते ही अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मन्दिर परिसर पहुँचें संत राम प्रिय दास तथा परशुराम दास ने बताया कि शुक्रवार की सुबह ब्रम्हलीन संत की शोभायात्रा निकलेगी तथा दोपहर में उन्हें ससम्मान जल समाधि दे दी जाएगी।
कौन थे बाबा!
बताते चलें कि ब्रम्हलीन संत ताटम्बरी बाबा लगभग 50 वर्ष पहले नाव पर सवार होकर माँझी के दुर्गापुर पहुँचे थे। बाद में गांव के लोगों के आग्रह पर आश्रम बना कर स्थानीय शिव मंदिर में पूजा अर्चना करने लगे। लगभग 25 वर्षों बाद वे जिले के गौरा शिव मंदिर चले गए। हालाँकि वर्ष 2000 के आसपास संत गिरिधारी दास के ब्रम्हलीन होने के बाद से वे राम जानकी मंदिर पर बतौर पुजारी रहने लगे। गोपालन तथा हरिकीर्तन के शौकीन होने के चलते वे पशुपालकों व गायक मंडलियों में भी उनकी काफी पूछ परख थी।