पूर्व मुखियापति हरेंद्र यादव के हत्या पर शोकसभा का आयोजन!
वास्तविक हत्यारों को कठोर से कठोर दंड देने की उठी मांग!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: माँझी प्रखंड के ताजपुर में सोमवार की देर शाम मुबारकपुर के पूर्व मुखियापति हरेंद्र यादव के हत्या पर एक शोकसभा का आयोजन किया गया, जिसमें मौजूद सैकड़ो लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर पूर्व मुखियापति हरेन्द्र यादव को श्रद्धांजलि दी।
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री गौतम सिंह ने मुबारकपुर के पूर्व मुखियापति हरेंद्र यादव की हत्या पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि माँझी स्वतंत्रता सेनानी पंडित गिरीश तिवारी, सवलिया पाण्डेय तथा रामबहादुर सिंह व बुद्धन प्रसाद यादव जैसे समाजवादी नेताओं की धरती रही है। यहां पहले कभी सामुदायिक विवाद नही हुआ। जातीय द्वेष फैलाकर इस धरती को देश व प्रदेश में बदनाम व कलंकित नही करें।हरेन्द्र यादव हत्याकांड में दर्ज करायी गई प्राथमिकी में राजनीतिक दुर्भावना के तहत माँझी के माकपा विधायक डॉ सत्येन्द्र यादव के इशारे पर छह जदयू कार्यकर्ताओं को नामजद अभियुक्त बना दिया गया है जो बिल्कुल निर्दोष हैं। उन्होंने सारण जिला प्रशासन से उक्त हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कर वास्तविक हत्यारों को गिरफ्तार करने व उन्हें कठोर से कठोर दंड दिलाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि इस मामले से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी अवगत कराया जा चुका हैं तथा शीध्र ही हम उनसे मिलकर घटना की सच्चाई से पूरी तरह अवगत कराएंगे। पूर्व मंत्री गौतम सिंह ने कहा कि आजादी के बाद से किसी भी जन प्रतिनिधि ने माँझी एकमा के लोगों के साथ जाति अथवा सम्प्रदाय के आधार पर भेदभाव नही किया। लेकिन वर्तमान विधायक झेत्र को दो जातियों को संघर्ष की आग में झोंकने पर आमादा हैं। जिसे किसी भी कीमत पर सफल नही होने दिया जाएगा। इस क्षेत्र के लोग हमेशा से सद्भावना के साथ एक दूसरे के सुख-दुख में भागीदार बनते रहे हैं।
माँझी विधानसभा के पूर्व प्रत्यासी व राजद नेता जितेन्द्र सिंह ने विधायक को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि महापंचायत के नाम पर एक जाति विशेष को इंगित कर चुनौती की भाषा बंद करें। उनसे कई गुना अधिक लोगों को जुटा कर वे लोग भी शक्ति प्रदर्शन करने की क्षमता रखते है। मगर इससे क्षेत्र में शांति बहाल नही होगी बल्कि सिर्फ तनाव बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन को निष्पक्षता के साथ अपना काम करने दें।
पूर्व मुखिया विजय सिंह ने कहा कि राजपूतों के इतिहास को देखें जिसने हमेशा से समाज के हर तबके के लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी कुर्बानियाँ दी है। पूर्व मुखिया सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि घटना के दिन मृतक के पुत्र शैलेन्द्र यादव ने फोन करके रोते हुए उनसे वास्तविक हत्यारों का नाम बताया था। मगर पता नही क्यों उनमें से किसी को नामजद अभियुक्त नही बनाया गया है।
पूर्व उप प्रमुख रामकृष्ण सिंह ने कहा कि सामाजिक समरसता को खलल डालने की किसी को छूट नही दी जा सकती। जदयू नेता निरंजन सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र के युवा काफी समझदार है वे किसी के बहकावे में नही आएंगे। शोकसभा में पूर्व मुखिया अमरेंद्र सिंह, राधेश्याम सिंह, राजेश सिंह, अजय सिंह, उपेंद्र सिंह, जय राम सिंह, उमेश महतो सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।