सारण: सरकारी स्कूल में एमडीएम खाने के पश्चात लगभग पचास बच्चे बीमार!
सारण (बिहार): बिहार के सारण जिले से एक बार फिर सरकारी विद्यालयों के मिड डे मील पर सवाल खड़े होने लगे हैं। अभी ताजा खबर डोरीगंज के टिकुरिया मध्य विद्यालय से आ रही है जहाँ लगभग 50 बच्चे बीमार हो गए है। गनीमत है कि वे सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे है।
बतातें चले कि बिहार के सरकारी विद्यालयों में केंद्र सरकार के निर्देशानुसार नन्हे-मुन्ने बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें पौष्टिक आहार दिया जाता है। वही आज सरकार के आदेशानुसार एनजीओ के द्वारा परोसे जाने वाले एमडीएम मिल पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बताया जा रहा है कि छपरा के डोरीगंज थाना क्षेत्र स्थित डूंगरी टिकुरिया टोला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में आज मध्याह्न भोजन खाने से 35 से अधिक बच्चे बीमार हो गए है। लंच के समय जब एमडीएम आधा परोस दिया गया था तब तक अचानक चावल में छिपकली के कुछ अंश देखकर खाना को बंद कर दिया गया। तब तक लगभग 50 बच्चों के स्वास्थ्य बिगड़ने लगे। इस स्थिति में उन्हें एंबुलेंस के सहारे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ वे चिकित्सकों के देख रेख में है। हालांकि अच्छी बात यह है कि वे खतरे से बाहर है।
घटना की सूचना पाकर शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी भी जांच-पड़ताल करने के लिए पहुंच चुके हैं। स्कूल के प्राचार्य ने बताया कि मध्याह्न भोजन के चावल में मरी हुई छिपकली पाई गई थी। वहीं स्कूल की शिक्षिका सुमन कुमारी ने बताया कि खाना सही न होने की शिकायत कई बार एनजीओ से की जा चुकी है, पर सुधार नही किया गया। इस बार भी हम लोगों ने बच्चों को मध्याह्न भोजन का चावल परोसा। परोसते-परोसते चावल के बीच में छिपकली का आधा हिस्सा दिखाई दिया। हो सकता है बाकी हिस्सा चावल में गल गया हो। हम लोग तत्काल एंबुलेंस में बच्चों को लेकर अस्पताल आए है। वरीय अधिकारियों को सूचना दे दी गयी है।