माँझी गढ़ परिसर में एक दिवसीय वीर मकर माँझी मेला का हुआ आयोजन!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: वीर मकर माँझी ऐतिहासिक विरासत संरक्षण समिति के तत्वावधान में रविवार को स्थानीय गढ़ परिसर में एक दिवसीय मकर माँझी मेला का आयोजन किया गया। मेला का विधिवत उद्घाटन स्थानीय विधायक डॉ सत्येंद्र यादव ने किया।
इस मौके पर अपने संबोधन में डॉ यादव ने कहा कि मांझी की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने के लिए हम कृत संकल्पित हैं। मांझी का नाम बदलकर इसके अस्तित्व को कुछ सामंती व फिरका-परस्त ताकतें इसको मटियामेट करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि भले ही मेरा सर कलम हो जाए लेकिन मांझी का नाम बदलने नही दूंगा। उन्होंने कहा कि 13 वीं सदी में बहुजन समाज से निकलकर मकर मांझी एक रियासत के ताकतवर, न्यायप्रिय व लोकप्रिय राजा बने। उनके सैनिक काफी संगठित थे। उनका शासन यूपी के कुछ हिस्सों से लेकर मांझी के उत्तरी हिस्से में काफी दूर तक था। फिर आज के जमाने में बहुजन समाज शिक्षित व काफी जागरूक होने के बावजूद कमजोर पड़ रहा है आखिर क्यों? हमारे समाज को संगठित होने की जरूरत है। लोग कहते हैं कि इतिहास सिर्फ अगड़ी जातियों का है। मगर बहुजन समाज के बीच से भी एक सम्राट पैदा हुआ था जो वीर मकर माँझी कहलाता था।
उन्होने बहुजन समाज के लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि अपने वंशजों से जुड़े मांझी के गौरवशाली इतिहास को समझने की जरूरत है। उक्त मौके पर डॉ केदार पासवान, डॉ जगदीश प्रसाद, मनोज कुमार पासवान, जुबेर खान, हवलदार मांझी, शैलेश यादव, रामपुकार मांझी, जावेद, विवेक कुमार, विक्की कुमार, आजाद पासवान, रामनाथ मांझी व अजीत कुमार अमन समेत सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष मौजूद थे। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता अजित कुमार अमन व संचालन हवलदार माँझी ने किया।