जिस बिहार में पूरे भारत से लोग पढ़ने आते थे और देश की राजनीति यहां से चलती थी, आज स्थिति ये है कि बिहार के लोगों को पढ़ाई और रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जलील होना पड़ता है: प्रशांत किशोर
वैशाली (बिहार): जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के बच्चे बिहार से बाहर जाते हैं, कोई पढ़ने के लिए, कोई मजदूरी के लिए और वहां जिसका मन होता है वो बिहार के बच्चों को मार देता है, जिसका मन होता है वो गाली दे देता है। बिहार के लोगों को बिहारी कह कर बुलाया जाता है। उनको लगता है बिहारी मतलब बेवकूफ, मूर्ख। क्या हम सब मूर्ख हैं? नहीं! यहां के नेताओं ने हम लोगों को मूर्ख बना कर रखा हुआ है। बिहार के पूर्वजों ने 1500 सालों तक देश की व्यवस्था बिहार से चलाई है लेकिन आज बिहार की दुर्दशा ऐसी है की जिस बिहार में पूरे भारत से लोग पढ़ने आते थे जहां से पूरे भारत की राजनीति चलती थी, आज उस बिहार के बच्चों को पढ़ाई और रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जलील होना पड़ता है।