बिहार के विकास में बिहारी ही बाधक!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: बिहार के विकास में नेता व अफसर नही बल्कि प्रदेश में रहने वाले लोग खुद वाधक तथा जिम्मेवार हैं। यह बातें बिहार एसटीएफ के पूर्व डीआईजी व पंजाब तथा उत्तराखंड सरकार के सलाहकार आईपीएस बिनय कुमार सिंह ने शनिवार को ताजपुर मध्य विद्यालय के सभागार में महापरिवर्तन आंदोलन के बैनर तले आयोजित सामाजिक चेतना अभियान को सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग जब तक जाति सम्प्रदाय से ऊपर उठकर वोट नही करेंगें तथा राजनीतिक विरासतों की दरवानी करना बंद नही करेंगे, तब तक बिहार में इसी तरह पीढ़ी दर पीढ़ी मजदूर पैदा होते रहेंगे। वही बिहारी मजदूर अन्य प्रदेशों में अमीरों के घर झाड़ू पोंछा लगाकर बिहार को शर्मसार करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे पांच मुद्दों को लेकर बिहार के लोगों में जन जागरूकता पैदा करके राज्य का कायाकल्प करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम विकास समिति का गठन करके जटिल गंवई विवादों का सहज ढंग से हल निकाला जा सकता है। जाति एवम सम्प्रदाय से ऊपर उठकर योग्य एवम कर्तब्य निष्ठ प्रतिनिधि का चुनाव करने की उन्होंने उपस्थित लोगों को सलाह दी।
उन्होंने कहा कि सामूहिक रूप से स्वच्छता अभियान चलाकर गांव की गंदगी को साफ किया जा सकता है। सफाई अभियान चलाकर गांव के लोगों को रोग मुक्त भी किया जा सकता है। उन्होंने बिहार में शिक्षा की बदतर हालत के लिए भी राज्य लोगों को जिम्मेवार ठहराते हुए शिक्षा में सुधार के लिए लोगो को जागरूक होने की अपील की। गिरती शिक्षा ब्यवस्था को उन्होंने पलायन का मुख्य कारण बतलाया। उन्होंने कहा कि वे अपने अभियान के लिए प्रखण्ड व पंचायत स्तर पर ईमानदार एवं कर्तब्यनिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं की तलाश कर रहे हैं। बैठक को पूर्व उपप्रमुख राम कृष्ण सिंह, प्रो जनार्दन सिंह, प्रो अर्जुन यादव, हसनैन अंसारी, रामजी तिवारी, उमेश सिंह, सुनील सिंह, मनोज सिंह, गजेंद्र सिंह तथा सत्येन्द्र सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। संचालन लाल मोहर चौधरी ने किया।