जातिवाद एवम सम्प्रदायवाद की राजनीति से ऊपर उठकर समरसता की राजनीति करने वाले थे पूर्व विधायक व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बुद्धन प्रसाद यादव!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: जातिवाद एवम सम्प्रदाय वाद की राजनीति से ऊपर उठकर समरसता की राजनीति करने वाले पूर्व विधायक व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बुद्धन प्रसाद यादव के निधन के बाद एक राजनीतिक युग का अंत हो गया। स्व. यादव के राजनीतिक आदर्शों को आत्मसात करके देश प्रदेश की राजनीति में आमूल चूल परिवर्तन किया जा सकता है। यह बातें माँझी के चैनपुर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए बिहार विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कही। उन्होंने स्व. यादव के पिता स्व. हरदेव यादव को महान कांग्रेसी बताते हुए कहा कि बुद्धन प्रसाद यादव जिन सिद्धांतों की राजनीति करते थे, उस सिद्धांत ने उनको अमर बना दिया। लगभग 20 मिनट के अपने सम्बोधन में उन्होंने स्व. यादव से जुड़े अनेक संस्मरणों को साझा किया।
सभा को सम्बोधित करते हुए महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने स्व. यादव को दल से ऊपर का नेता तथा अभिभावक बताया। उन्होंने कहा कि उनके निधन से जो अपूरणीय क्षति हुई है। उसकी भरपाई सम्भव नही है, बल्कि उनके ब्यक्तित्व को याद करके राजनीति की नई दिशा तय की जा सकती है।
उक्त समारोह में महाराजगंज के विधायक बिजय शंकर दुबे, छपरा के विधायक ड़ॉ सी एन गुप्ता, एकमा के विधायक श्रीकांत यादव, पूर्व विधायक हेम नारायण साह, रघुनंदन माँझी, मनोज भारद्वाज, कामेश्वर सिंह, विद्वान अनिल कुमार सिंह, साधु दुबे, हेम नारायण सिंह, देवेन्द्र सिंह, राम नारायण यादव, सुनील कुमार पाण्डेय, शैलेन्द्र उपाध्याय, विजय शंकर शुक्ल, उमाशंकर ओझा तथा मनीष कुमार सिंह सहित सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता तथा ग्रामीण मौजूद थे। पूर्व विधायक के भाई सत्यनारायण प्रसाद यादव, संदीप रौशन तथा माँझी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी ई सौरभ सन्नी ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक रंजन शर्मा ने किया।