दिव्यालय की संस्थापिका व्यंजना मिथ्या आनंद द्वारा लिखित "भाव अभिव्यंजना"(दोहा संग्रह) का हुआ शानदार विमोचन!
रिपोर्ट: सुनीता सिंह सरोवर
/// जगत दर्शन न्यूज़
बेतिया (बिहार): बेतिया में दो दिवसीय कार्यक्रम में 'विमल तेरी याद में' के इस शुभ अवसर पर एक महान साहित्यकार को उनकी पोती व्यंजना मिथ्या आनंद द्वारा "भाव अभिव्यंजना" का शानदार उपहार देकर दादा के साहित्य परंपरा को सदैव के लिए अमर कर दिया। इस पावन अवसर पर देश के विभिन्न कोने से श्रेष्ठ कविगण एवं साहित्यकारों ने शिरकत की और काव्य पाठ कर आयोजन में चार चाँद लगा दिया। पुस्तक विमोचन के साथ साथ उन्होंने अपने माता- पिता के 52 वें वैवाहिक वर्षगांठ को धूमधाम से मनाया।
ज्ञात हो कि व्यंजना मिथ्या के माता- पिता भी रचनाकार हैं। और यह कहना अतिश्योक्ति न होगी की उनकी माता जी भी व्यंजना जी के दिव्यालय शाला की शिष्या हैं। एक माँ के लिए गर्वान्वित होने के साथ- साथ बेतिया वालों के लिए भी व्यंजना आनंद 'मिथ्या' जी एक वरदान हैं।
"भाव अभिव्यंजना" एक ऐसी दोहा छंद की पुस्तिका है जिसमें छांदस विधा की मर्यादा का पालन किया गया है यहाँ दोहा शिल्प विस्तार से दिया गया है जो छंद साधकों के लिए अतिउपयोगी सिद्ध होगी।यह पुस्तक आपको शाॅपिज़न और एमेज़ान पर उपलब्ध है।