किसी ने लिखा, मेरी हर शायरी में सिर्फ़ तुम हो,
तकलीफ़ सिर्फ़ इस बात की है कि सिर्फ़ शायरी में तुम हो।
अब हमारा जवाब भी सुन लीजिए
: निरेन सचदेवा (बेंगलुरु)
मानता हूँ मैं कि शायरी लिखना एक कला है,
बहुत लोगों ने ये कला हासिल की है, हासिल की है, शायरी लिखने में माहिरी।
आख़िरकार, शायरी लिखने का क्या है! सबब, क्या है मतलब?
हमारे सवाल का जवाब दीजिए जनाब?
आपने तो जवाब दिया नहीं,
तो लो हम ही देते हैं जवाब।
आपके दिल में पनप रहें हैं उस नाज़नीन के ख़्वाब।
ये तो दिख ही रहा है के वो आपके अहसासों में है,
है आपके जज़्बे जज़्बातों में,
आपके दिन और रातों में!
हर शायरी में उसी का होना,
ये निस्सन्देह इस बात का सबूत है,
कि वो आपकी दिल की गहराइयों में समाई है!
यक़ीन मानो,
जब आप चलते हो,
तो सिर्फ़ आपकी ही नहीं,
आपके साथ चलती,
हरदम उसकी भी परछाईं है।
हाँ मानता हूँ कि,
आपको इस बात का मलाल है,
कि वो सिर्फ़ आपकी शायरी में है।
लेकिन आपकी से सोच ग़लत है।
वो तो आपकी रोम रोम में समाई है।
वो हमेशा आपके ख़यालों में है,
इसीलिए तो आपने इतनी ख़ूबसूरत,
शायरी लिखने की ये लियाक़त आपने पाई है।
आप जो शायरी लिख रहें है,
उसकी बुनियाद है उसकी याद।
आप उस से रूबरू होना चाहते हैं,
तो सच्चे दिल से कीजिए उस मौला से फ़रियाद।
इबादत कीजिए,
पाक दिल से दुआ माँगिए,
बहुत जल्द फिर यक़ीनन पूरी होगी, आपकी कामना,
और उस हसीना से फिर होगा आपका सामना।
हम भी आपके लिए दुआ माँगेंगे,
या रब, इन्हें जल्दी से इनकी महबूबा से मिला दे,
इनकी इबादत का इन्हें सिला दे!
You have to be in love 😍, then only lyrics can be meaningful!