भगवान हमेशा अपने भक्तों के हृदय में बसते हैं।-ऋचा मिश्रा
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: भलुआँ खुर्द गांव स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय प्रतिष्ठात्मक श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दौरान शनिवार की श्रीराम कथा सुनाते हुए बनारस काशी से पधारी प्रसिद्ध कथा- वाचिका ऋचा मिश्रा ने कहा कि भगवान हमेशा अपने भक्तों के हृदय में बसते हैं। भक्ति में इतनी शक्ति होती है कि भक्त अगर पूरी श्रद्धा से स्मरण करें तो भगवान खिंचे चले आते हैं। प्रभु श्रीराम की निस्वार्थ भक्ति के कारण हीं भगवान ने पवन पुत्र हनुमान को भक्त शिरोमणि की उपाधि दी। जब भी श्रीराम की कथा शुरू होती है, पहले हनुमान जी का हीं स्मरण किया जाता है। हनुमान जी का नाम लेने से जहां हमारे अंदर अद्भुत आत्म-शक्ति की अनुभूति होती है और जीवन-मार्ग में आने वाली सारी बाधाएं दूर हो जाती है। वहीं प्रभु का नाम लेकर कोई भी काम शुरू करने से लक्ष्य हासिल करने में सफलता अवश्य मिलती है। जीवन में अनेक बाधाएं आती है मगर जो उसका सामना करते हुए जीवन के कर्तव्य पथ पर बढ़ते हैं वही सफल होते हैं। जो विचलित होकर ठहर जाते हैं और सिर्फ रहते हैं वे असफल हो जाते हैं।
वहीं मानस धुरंधर भगवान दास जी महाराज ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन के आदर्शों को अपना कर और हनुमान के जैसे भक्ति के मार्ग पर चल कर हीं मनुष्य अपने जीवन को सफल बना सकता है। कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। महायज्ञ का आयोजन तारकेश्वर मिश्रा, दिवाकर मिश्रा,अखिलानंद मिश्रा, ओम प्रकाश मिश्रा, प्रदीप मिश्रा समेत समस्त ग्रामीणों के सहयोग से किया गया है।