सारण: बिजली के मुद्दे पर लोजपा ने किया धरना-प्रदर्शन, डीएम को सौंपा ज्ञापन!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: लोजपा (रा) के हजारों कार्यकर्ताओं कि मौजूदगी में बिजली कंपनियों की तानाशाही, स्मार्ट मीटर, बिजली दरों में बेतहाशा बढ़ोतरी तथा बिहार सरकार द्वारा बिजली के नाम पर अवैध वसूली के खिलाफ महाधरणा का आयोजन किया गया। धरणा प्रभारी राजकुमार गुप्ता, धरणा की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष दीपक कुमार सिंह, धरना के संचालक संसदीय बोर्ड के जिलाध्यक्ष पुरनेन्दू सिंह, प्रदेश महासचिव एवं पूर्व विधायक प्रत्यासी सौरव पांडे, पूर्व विधायक प्रत्याशी मुन्ना कुमार सिंह एवं पूर्व विधायक प्रत्याशी तारकेश्वर सिंह, नगर अध्यक्ष आलोक कुमार पांडे के सात सदस्य टीम ने छपरा D.M.को विज्ञप्ति सौप कर जनता की समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट करवाया।
इस क्रम में धरना प्रभारी राज कुमार गुप्ता ने धरना प्रदर्शन कार्यों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की जनता बेलगाम निरंकुश सरकार से निजात पाने के लिए आशा भरी निगाहों से सिर्फ और सिर्फ एक नेता की ओर देख रही है, जो निस्वार्थ भाव से निडरता पूर्वक बिहार की जनता की समस्याओं का उजागर करने एवं बिहार सरकार को आइना दिखाने का काम करते रहे हैं। वह नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं वह कोई और नहीं बल्कि युवा सोच वाला व्यक्तित्व चिराग पासवान है। वही जिलाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह ने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि बिहार सरकार बिजली के नाम पर अवैध वसूली बन्द करे। स्मार्ट मीटर के नाम पर रीडिंग सर्टीफिकेट लगे बिजली का बिल 30% माफ हो। प्रत्येक बीपीएल परिवार को 150 युनिट विजली मुफ़्त मिले। पूरे देश में यदि देखा जाए तो बिहार मे बिजली महंगी है। मुख्यमंत्री धृतराष्ट्रवाद का परिचायक बन गए है। फर्क सिर्फ इतना है कि नीतीश सरकार के पास आंख और कान होते हुए भी अंधो और बहरो की सरकार बन चुकी है। उन्होंने कहा की नीतीश कुमार के उम्र का तकाजा है, जो उनके नेतृत्व क्षमता का अभाव दिख रहा है। जिसके कारण उनके वफादार शिफा सलाहकार उनका साथ छोड़ रहे हैं और जो बच्चे हैं उनकी अपनी राग अपनी बांसुरी है। शायद यही कारण है कि अफसरशाही लोकतंत्र पर हावी है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया पर आए दिनो हमला लोकतंत्र का गला घोट ने की कोशिश कहा जा सकता है। जिलाध्यक्ष ने बिहार की जनता का अहांवाहन करते हुए कहा कि बिहार की जनता को एक बार फिर सोच-समझकर एक क्रांतिकारी निर्णय लेना होगा जो एक नवयुग की शुरुआत की और अग्रसर होगा। वही माझी विधानसभा के पूर्व विधायक प्रत्याशी एवं प्रदेश महासचिव सौरव पांडे ने अपनी बातों को गंभीरता पूर्वक रखते हुए हर एक मुद्दे पर खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि बिजली बिल के नाम पर अवैध वसूली जनता का घोर अपमान है। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, हिंसा, बलात्कार जैसी समस्याएं बिहार की जनता को गुलामी की जंजीरों में धीरे-धीरे जकड़ रही है। नीतीश सरकार दिशा हीनता ही नहीं बल्कि संस्कार हीनता का परिचायक हो गई है। भ्रष्टाचार का आलम तो यह है कि मनरेगा जैसी संस्थाओं में 80% तक इंदिरा आवास में 40% तक नहर-सड़क जैसे तमाम विभागों में अवैध वसूली की जा रही है। बालू और दारू जो बिहार की भोली-भाली जनता की ज्वलंत समस्या है को ना तो चैन से जीने देती है और न चैन से मरने देती है। अब वक्त आ गया है जब जनता की भलाई के लिए जनता के हक में बिहार की जनता के द्वारा एक ठोस संगठित एवं कठोर फैसला लिया जाए।
उक्त धरना में मुख्य रूप से प्रदेश महासचिव कामेश्वर सिंह, महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव राज नंदनी कुमारी, धीरज सिंह, मशरक नगर पंचायत लोजपा अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह, राजन कुमार, माया शंकर सिंह, नीरज दूबे, रवि कुमार, आलोक कुमार, कौशल सिंह, अमरजीत पासवान, भानु सिंह, रितेश सिंह, गुड्डू पासवान, राहुल कुमार, संतोष शर्मा, मनीष सिंह चंदन कुमार, सोनू सागर , तेजा सिंह, जग नंदन सिंह, भुवन कुमार, सागर कुमार, राहुल राज, भारत मांझी, टीका बाबा, दिग्विजय सिंह, मुकेश कुमार, सुनील गुप्ता, सोनू पासवान के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।