दिव्यालय एक व्यक्तित्व परिचय में हुआ साक्षात्कार सुशीला फरमानिया का!
होस्ट: किशोर जैन
रिपोर्ट: सुनीता सिंह 'सरोवर'
/// जगत दर्शन न्यूज़
क्या लेकर आया रे बंदे, क्या लेकर जाएगा!
मुठ्ठि बांध कर आया जग में, खाली हाथ ही जाएगा!!
सुशीला फरमानिया एक ऐसी शखसियत हैं, जो आज किसी परिचय की मोहताज नहीं, कम उम्र में शादी और घर की जिम्मेदारियों का भलीभाँति निर्वहन करते हुए, पति के प्रेरित करने पर वे एन. जी.ओ से जुड़ी और समाज सेवा करने लगीं। कहते हैं ना घर मनकी भावनाएँ सच्ची हों तो रास्ते खुद - ब - खुद बन जाते हैं। सुशीला जी के साथ भी ऐसा ही हुआ।
वैसे तो ये हरियाणा की रहने वाली हैं, पर रहती कोलकाता में हैं और वहीं से इन्होंने समाज सेवी के रूप में कार्य करना आरंभ किया। आज आप विडियो, वेविनार, गोष्ठी आदि के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहीं हैं। तमाम मेडिकल कॉलेज के डाॅक्टर से मिलकर आप लोगों को अंग दान की प्रेरणा दे रहीं हैं, ताकि इस महान दान से मानव जीवन धन्य हो जाए।
हम में से अधिकतर लोग सोचते हैं कि जवानी में कमा लेते हैं फिर बुढ़ापे में समाजसेवा करेंगे। परन्तु कई ऐसे भी हैं जो जवानी से ही समाज के प्रति कुछ कर गुजरने की तमन्ना दिल में रखते हैं। कठिन परिस्थिति में भी उनका जज्बा कम नहीं होता। ऐसा ही जज्बा दिल में लिए हमारे आज के मेहमान हैं सुशीला फरमानिया जी।
इन्हें यह सब करने की प्रेरणा कुछ हदतक अपने पिता से विरासत में मिली है, क्योंकि पिता जी अक्सर सेवा भाव से तन- मन को समर्पित कर वृंदावन, मे अक्सर खुद को सेवा के तहत मथुरा में अपना वक्त देते हैं।
इसी से प्रेरित होकर आपने खुद को भी समाज के लिए समर्पित कर दिया। इतना ही नहीं आप, बच्चों के लिए भी पूरी निष्ठा से कार्य कर रहीं हैं, ताकि हमारा आने वाला कल बेहतर हो और देश प्रगति के पथ पर अग्रसर हो और हमारा भारत विश्व गुरु कहलाए।
अंत में बेहतरीन संचालन कर रहे यू.के. से किशोर जैन जी ने अपने अतिथियों को धन्यवाद दिया। इस नेक व सराहनीय कार्य के लिए दिव्यालय की संस्थापक व कार्यक्रम आयोजक व्यंजना आनंद 'मिथ्या' और अध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक मंजिरी निधि 'गुल' जी को कार्यक्रम आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। वहीं इन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण Vyanjana Anand Kavya Dhara यूट्युब चैनल पर लाइव हर बुधवार शाम सात बजे हम देख सकते हैं या उसकी रेकॉर्ड वीडियो को बाद में देखा जा सकता है। पूरे दिव्यालय परिवार की तरफ से उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आप के हौसलें को कोटि- कोटि नमन है।