★ जगत दर्शन साहित्य ★
हिंदी दिवस की सबों को हार्दिक शुभकामनाएं : उमा पुपुन
रोम रोम में बसी है हमारी हिंदी
उमा पुपुन
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पूरे हिंदुस्तान की जान है हिंदी
मेरे प्यारे तिरंगे की शान है हिंदी....
इस धरा से अंतरिक्ष की पहचान है हिंदी....
हमारे त्योहारों,संस्कारों की मान है हिंदी.....
सीमा पर लड़ते जवानों की देशप्रेम है हिंदी....
मां के गोद में सोते शिशु की लोरियों में मधुर सी गीत है हिंदी....
प्रेमचंद,निराला,हरिवंश राय बच्चन की कविताओं में स्वर्ण सी सजती हिंदी.....
इस धरा के हर फूल पर सजती हिंदी...
वीर शहीदों को नमन करती ये हिंदी.....
सूर्य,चांदनी की लालिमा की किरणें बिखेरती हिंदी....
प्रेम का अनुराग बिखेरती हिंदी.....
बिन हिंदी के हम कुछ भी नहीं,
झूम झूम कर मेरी लेखनी,लिख रही है हिंदी....
रचना : उमा पुपुन