★ जगत दर्शन साहित्य ★
◆ काव्य जगत ◆
नवल वर्ष : सुनीता सिंह सरोवर
नवल वर्ष बेला शुभकारी,
मन हर्षित हो तन सुखकारी,
सुखद सफल हो जीवन भाई,
हरष हरष मन देत बधाई,
रोग शोक सब नाशनहारी,
सफल मनोरथ मंगलकारी,
दीन हीन संतन हितकारी,
यही नाथ अरदास हमारी,
प्रगति करे यह देश हमारा,
कष्ट मिटे भव ख्याति अपारा,
सुख दायक शुभ सवंत शेषा,
जन व्यथा प्रभु हरहु कलेषा,
दयानिधि सरोवर सुध लीजै,
अनुरत भक्ति दास मम दीजै।