यूपी : मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने दिया मंत्रिमंडल से इस्तीफा
लखनऊ (उत्तरप्रदेश) : मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने उत्तरप्रदेश के माननीय राज्यपाल को पत्र के माध्यम से बताया कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तर दायित्व का निर्वहन किया है। किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगारों, नौजवानों एवं छोटे लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर अपेक्षात्मक रवैया के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूँ।
इस इस्तीफे के पहले 24 दिसंबर को राष्ट्रीय शोषित समाज दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि और राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता सह राष्ट्रीय महासचिव शैलेश कुमार गिरि ने स्वामी प्रसाद मौर्या से संबंधित घंटों महत्वपूर्ण गूफ्तगू की और ठीक दो दिन बाद 26 दिसंबर को प्रोफेसर रामगोपाल यादन , मुमताज अली और नागमणि का एक साथ घंटों यूपी की राजनीति पर चर्चा और ठीक फिर दो दिन बाद 28 दिसंबर स्वामी प्रसाद मौर्या , बी के सिंह , नेता राजकुमार सैनी और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि एक साथ होना यूपी की राजनीति की ओर बहुत बड़ा इशारा था. आर० एस० एस० डी० के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता शैलेश कुमार गिरि ने ये पहले ही कह दिया था यदि ऐसा हुआ तो यूपी में बहुत बड़े राजनीतिक विस्फोट से इनकार नहीं किया जा सकता और यदि ऐसा हुआ तो यूपी के बाद बिहार की भी बारी होगी ऐसा पूर्व से ही मेरा मानना है।
इस इस्तीफे के पश्चात राष्ट्रीय शोषित समाज दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि तथा राष्ट्रीय शोषित समाज दल के महासचिव शैलेश कुमार गिरी ने उनके इससे फैसले का जोरदार समर्थन किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने कहा कि देश के पिछड़े हुए तथा शोषित समाज के उत्थान के लिए या एक अच्छी पहल है।
दिसम्बर से ही मिलने लगे थे संकेत
31 दिसम्बर 21 को नागमणि ने कहा था कि उनके लखनऊ पहुँचने पर कुशवाहा मोर्या समाज ने कुशवाहा समाज के कार्यालय में गर्म जोशी के साथ उनका स्वागत स्वागत किया गया था और सभी लोंग़ो ने उनसे कहा था कि यदि वे, स्वामी प्रसाद मोर्या और राजकुमार सैनी एक पार्टी में आ जाए तो राज्यों का मुख्यमंत्री तो मामूली बात है। देश का प्रधान मंत्री भी इसी समाज से बन सकता है। स्मरण हो, कुशवाहा, मोर्या साक्य, सैनी , माली पूरे देश के हर राज्यों में १० प्रतिशत से १५ प्रतिशत जनसंख्या हैं। जल्द सभी को एक जगह होने की पूरी उम्मीद है।
कल नागमणि ने अपने ट्वीट अकाउंट से यह जानकारी दिया और कहा कि सपा प्रमुख राम गोपाल यादव और स्वामी प्रसाद मोर्या जी को मुबारकबाद देता हूँ कि मेरे मिशन को कामयाब बनाया जो उतर प्रदेश ही नहीं पूरे देश से भाजपा का सूफड़ा साफ़ करेगा।