जगत दर्शन न्यूज़
गंगा हो प्रदूषण मुक्त : 2000 किमी की दूरी तय कर आया, लोगों को जागरूक करता एक सच्चा हीरो: अतुल कुमार चौकसे
माँझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: पिछले 6 नवम्बर को गोमुख गंगोत्री ग्लेशियर से अपनी यात्रा का आरंभ कर गंगोत्री वैली गरतंग वैली, हर्षिल वैली, गंगायनी को पार करते हुए उत्तरकाशी तेरी डैम देवप्रयाग, ऋषिकेश, हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर, फर्रुखाबाद, कानपुर, फतेहपुर, प्रयागराज, बनारस, गाजीपुर व बक्सर होते हुए अंतरराष्ट्रीय अल्ट्रा मैराथन धावक अतुल कुमार चौकसे मंगलवार को माँझी के बलिया मोड़ पहुंचे। अभी तक उन्हों ने 2000 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है। यहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मां गंगा को प्रदूषण मुक्त करने सम्बंधित तमाम विन्दुओं पर चर्चा कर जागरूकता फैलाई, ताकि हमारी राष्ट्रीय नदी को अविरलता मिले।
अतुल कुमार चौकसे की कामयाबी
35 अंतरराष्ट्रीय तथा 71 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके अंतरराष्ट्रीय अल्ट्रा मैराथन धावक अतुल कुमार चौकसे ने तमाम उपलब्धियां हासिल की है। इन्होंने 2018 में उत्तर अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में 55 डिग्री सेल्सियस के तापमान में न सिर्फ दौड़ लगाई थी, बल्कि भारत का तिरंगा भी लहराया था। 2017 में नुबरा बेली सियाचिन मार्ग से खडूंगला टाप को 20000 फीट की ऊंचाई दौड़ते हुए पार किया है। जनवरी 2021 में गुजरात कच्छ नमक के रेगिस्तान पाकिस्तान एवं इंडिया अंतरराष्ट्रीय सीमा से दौड़ लगाते हुए 1551 किलोमीटर थार मरुस्थल को पार किया था। ऐसी कई उपलब्धियां उनके पास है।
उनकी यह यात्रा विशेष
गंगोत्री ग्लेशियर गंगा उद्गम स्थल से बंगाल की खाड़ी गंगासागर तक (4000 से भी ज्यादा किलोमीटर) अपने कदमों से पूरा कर रहे हैं। इनकी जहां यात्रा वाह अभियान के दो मूल, गंगा प्रदूषण मुक्त हो एवं स्टॉप सोसाइट, को लेकर गंगा के समीप बसने वाले गांव हुआ, शहरों में चौपाल जागरुकता फैला रहे हैं। उनके साथ डेढ़ सौ किलो का लगेज है, जिसे उन्होंने एक ट्रॉली का रूप दिया है। इसमें सोलर पैनल, टेंट, राशन मेडिकल किट, वाटर टेस्टिंग किट और अन्य सामान जो इंसान को जिंदा रहने मदद कर सके, मौजूद है।