अमर्यादित भाषा बोलने के विरोध में जीतन राम मांझी का मशरक में किया गया पुतला दहन
ब्राह्मण पुत्रों ने किया मशरक के बहरौली में पुतला दहन
मशरक (बिहार) संवाददाता धर्मेन्द्र सिंह: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा सार्वजनिक रूप से सभी ब्राह्मणों को गाली देने के विरोध में उनका पुतला दहन किया गया। बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में पुतला दहन का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।उन्होंने विवादित बयान है कि हम भगवान राम को नही मानते है लेकिन रामचरितमानस को मानते है। आज इसी के विरोध में प्रखंड क्षेत्र के बहरौली पांडेय टोला गांव में ब्राह्मण पुत्रो ने उनका पुतला दहन किया। इस क्रम में जीतन राम मांझी हाय-हाय, जीतन राम मांझी मुर्दाबाद, जीतन राम मांझी माफी मांगो के नारे लगाए गए। बहरौली बीडीसी पुत्र चुनमुन बाबा ने बताया कि उन्होंने काफी अमर्यादित शब्द, अपशब्द उच्चारण किया है, जिसको आदरणीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री जी हस्तक्षेप कर उनसे माफी मंगवाए। समाज को ठेस पहुचाने वाली बात उन्होंने की है। उन्होंने हमारे देश के हिंदुओं को तोड़ने का काम किया है। पं प्रिंस मौनस ने कहा कि जीतन राम मांझी ने समाज को तोड़ने, हिन्दू जाति को तोड़ने, हमारे आस्था के साथ खिलवाड़ करने का काम उन्होंने किया है। उन्होंने ब्राह्मण और भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का अपमान किया है। हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि उन्होंने सामने आकर सार्वजनिक रूप से माफी नही मांगी तो हमलोग आगे बढ़ने और इससे भी बड़ा कदम उठाने को तैयार है। इसमें माननीय मुख्यमंत्री जी सामने से आकर हस्तक्षेप करे और तत्काल प्रभाव से कोई एक्शन ले। उक्त मौके पर अरविंद बाबा, गोलू बाबा, छोटू बाबा, मनु पाण्डेय, बंटी पांडेय, अमन बाबा सहित कई लोग उपस्थित थे।