जनरल बिपिन राउत और उनकी पत्नी समेत कुल 13 सैन्यकर्मियों के आकस्मिक दुर्घटना में शहीद होने पर एक कवियित्री की सरल एवं निःशब्द श्रद्धांजलि
जिदंगी का सफर : किरण बरेली
दोनों ने एक साथ तय किया
जिंदगी का सफर,
अनायास साथ साथ,
खामोश हो गए।
बेरुखी मौसम की,
रूख हवाओं का लापता रहा।
सूरज चाँद तारों की उदासी है,
फूल कलियाँ गुलशन की,
खुशबू गमगीन सी,
यूँ लगा जैसे रात,
रात भर सिसकती रही,
सुबह के जागरण पर,
पहरा लग गया,
सितारों के जहाँ का स्वर्ण,
सूर्य अस्त हो गया।
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