मुखिया प्रतिनिधि को मारने आए अपराधियो ने उनके पिता को मारी गोली
मांझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: सोमवार की रात बाइक सवार सशस्त्र अपराधियों के द्वारा मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर पंचायत की नव निर्वाचित मुखिया आरती देवी के ससुर साथ वर्षीय मथुरा यादव को गोली मारकर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। घटना के पश्चात आनन फानन में परिजनों ने उन्हें एकमा स्थित एक निजी क्लीनिक में एडमिट कराया। हालांकि श्री यादव की चिंताजनक स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें पहले छपरा तथा फिर पटना रेफर कर दिया गया। परिजनों के अनुसार घायल मथुरा यादव नरवन सड़क पुल के समीप स्थित अपने मुर्गा फार्म के पास स्थित झोंपड़ी में सो रहे थे। तभी अचानक अज्ञात अपराधियों उनको गोली मार फरार हो गए। गोली उनके पेट में लगी है। उधर घटना को अंजाम देने के बाद बाइक पर सवार होकर भाग रहे अपराधियों का पुलिस पीछा करने लगी। इसी क्रम में मांझी तथा रिविलगंज सीमा क्षेत्र के कौरुधौरू के समीप अपराधियों को पीछा करता देख धनी छपरा निवासी प्रकाश सिंह ने भी उन्हें रोकना चाहा। तभी अचानक अपराधकर्मियों ने उनके ऊपर भी गोली चला दी। इसके फलस्वरूप प्रकाश सिंह की पीठ में जाकर गोली लग गयी और वे वहीं गिर पड़े। इनका इलाज सदर अस्पताल में कराने के बाद बेहतर इलाज के लिए छपरा से पटना रेफर कर दिया गया। इस बड़ी घटना के पश्चात पुलिस के द्वारा मुख्यालय को सूचित किया गया। तत्पश्चात रिविलगंज एवम मांझी थाना के अलावा एसआईटी की टीम के द्वारा पीछा किया जाने लगा। परंतु अंधेरा एवं कुहासा का लाभ उठाते हुए अपराधी भागने में सफल रहे। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस एवं अपराधियों के बीच रिविलगंज के नवादा के चंवर में लगभग डेढ़ दर्जन राउंड गोली बारी हुई है। उधर मुखिया पति विजय यादव ने बताया कि अपराध कर्मी उनकी ही हत्या करने के उद्देश्य से आए थे, लेकिन उन्हें नहीं पाकर उनके पिताजी को गोली मार दिए। घटना की सूचना पाकर एकमा अस्पताल पहुंचे विधायक डॉ सत्येंद्र यादव एवं श्रीकांत यादव ने स्थिति का जायजा लिया। विधायक श्री कांत सिंह ने उक्त मौके पर कहा कि इस सरकार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। प्रशासन तो बिल्कुल निरंकुश हो चुकी है। यही कारण है कि जिले में अपराध का ग्राफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अपराधकर्मी अब तो जनप्रतिनिधियों को निशाना बना रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।