सत्कर्म के सानिध्य में रहने वाला व्यक्ति कभी शोकग्रस्त नही होता:ज्योतिषाचार्य नागेन्द्र शुक्ला
मांझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: मांझी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य नागेन्द्र शुक्ला के स्वस्थ होने के उपलक्ष्य में मांझी के माड़ीपुर में एक अनुष्ठान सह सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मालूम हो को की श्री शुक्ला लगभग छह माह से अस्वस्थ चल रहे थे। अपनी अस्वस्थता दौरान वे हल्का फुल्का और वो भी सिर्फ तरल पदार्थ ही ग्रहण कर रहे थे। इतने दिनों के बाद अब पूरी तरह स्वस्थ होने की खूशी में उनके परिजनों ने विधिवत अनुष्ठान के साथ एक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया। इस सत्संग कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रसिद्ध प्रवाचक व शिक्षक सर्वांनंद शर्मा ने कहा कि यह मानव शरीर बड़ा अनमोल है। इसका ज्यादा से ज्यादा सदुपयोग सकारात्मक उद्देश्यों में ही लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के श्वास की संख्या पूर्व निर्धारित है। अतः मनुष्य को चाहिए कि वह नियमित रूप से ऐसी साधना करे जिससे उसके प्रत्येक श्वास में उसके आराध्य की आराधना सन्निहित हो सके। अपने सम्बोधन में आचार्य शुक्ला ने कहा कि मनुष्य का जीवन गणितीय गणना पर आधारित है। इसलिए ईश्वर द्वारा निर्धारित सूक्ष्म गणित का अनुपालन करने वाला तथा सत्कर्म के सानिध्य में रहने वाला व्यक्ति कभी शोकग्रस्त नही होता। इस समारोह को गुरुचरण शर्मा तथा योगेन्द्र शर्मा ने भी सम्बोधित किया तथा संचालन मैथिली शुक्ला ने किया।