पटना (बिहार) संवाददाता अखिलेश्वर कुमार: बिहार के नियोजित शिक्षकों के वेतन निर्धारण के लिए केलकुलेटर न बन कर यह वेतन निर्धारण अब ऑनलाइन होगा। लेकिन यह प्रक्रिया इतनी जटिल लग रही है कि शिक्षकों का वेतन निर्धारण करने में महीनों का समय लग सकता है। दरअसल पहले वेतन निर्धारण शिक्षक द्वारा ही संबन्धित स्कूल के प्रधानाध्यापक एवं अपना हस्ताक्षर कर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को देना होता था। तत्पश्चात बीईओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्धारण हेतु अग्रेषित कर देते थे। वहीं शिक्षकों का वेतन निर्धारण होता था। परंतु, अब यह प्रक्रिया जटिल हो चुकी है। यह वेतन निर्धारण ऑनलाइन होगा जिसका यूजर आईडी और पासवर्ड DEO के पास होगा। अर्थात, DEO के यूजर आईडी और पासवर्ड से ही किसी भी शिक्षक का वेतन निर्धारण होगा। जनकारी के अनुसार जिला द्वारा समेकित रूप में एक फॉर्मेट जारी किया जाएगा, जो प्रत्येक शिक्षक को भरकर प्रखंड संसाधन केंद्र में जमा करना होगा। पुनः फॉर्म प्रखंड से जिला को हस्तगत कराया जाएगा, जहां शिक्षकों का फिक्सेशन स्लिप जारी किया जाएगा। तत्पश्चात शिक्षकों की सेवा पुस्तिका का संधारण होगा और पुनः इसे जिला को वेतन निर्धारण के लिए भेजा जायेगा। इस तरह तो पहले ही महीनों तक शिक्षकों का वेतन निर्धारण बाकी रह जाता था। अब पता नहीं कई महीनों या सालों तक वेतन निर्धारण शिक्षकों को बढ़े हुए वेतन के मिलने में रोड़ा ना बन जाए।
शिक्षकों की वेतन निर्धारण की प्रक्रिया हो सकती है जटिल
Saturday, December 18, 2021
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