एकमा (बिहार) संवाददाता चन्र्दशेखर यादव: सारण जिले के एकमा प्रखण्ड के किसान डीएपी खाद की बाजार में किल्लत से रबी की खेती नहीं कर पा रहे हैं। गेहूं आदि की खेती डीएपी उर्वरक के अभाव में नहीं हो पाने से यहां के किसान परेशान एवं चिंतित हैं।
आश्चर्यजनक तथ्य तो यह है कि फसल बुवाई के साथ ही उर्वरक खेत में दिया जाता है, लेकिन डीएपी उर्वरक का कृत्रिम अभाव व्यापारी कर रहे हैं। इसके कारण डीएपी की कीमत भी दुकानदार बारह सौ से पन्द्रह सौ रुपये में बेंच रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि बाहर से खाद का रैक ही नहीं आ रहा है। नतीजतन यहां के किसान रबी की खेती नहीं कर पा रहे हैं। जबकि गेहूं बोने का यही सही समय है। दिलचस्प तथ्य तो यह है कि किसानों की इस ज्वलंत समस्या से जनप्रतिनिधि नज़रें बचाए हुए हैं, जिसके चलते प्रखण्ड अथवा जिला के जिम्मेवार अधिकारी भी इस गंभीर समस्या से मुंह फेरे हुए हैं।