माझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: सारण जिले के माँझी प्रखण्ड का ताजपुर-डूमाईगढ़ सड़क प्रमुख माना जाता रहा है, क्योंकि उत्तर दिशा जैसे एकमा, जलालपुर, महाराजगंज, बनियापुर इत्यादि जगहों से प्रतिदिन लोग शव को दफनाने डूमाईगढ़ घाट आते रहते हैं। हजारों की संख्या में लोग आते जाते रहते हैं यहां। फिर भी यह सड़क इस प्रकार अपने दयनीय स्थिति में है कि लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल है। अगर थोड़ा सा भी पानी लग जाए तो लोग जूते चप्पल निकालकर भी चलने में परेशानी महसूस करते हैं। कहां पर पैर रखा जाए यह चिंता का विषय बन जाता है। स्थिति ऐसी है कि लोग इस सड़क पर आवागमन करने से भी कतराते हैं।
आश्चर्यजनक बात यह भी है कि इस सड़क पर ताजपुर के मुख्य शिक्षण संस्थान जैसे बीकेबी हाईटेक स्कूल, अरुनाभा पाठशाला, ज्ञानगंगा इंडियन स्कूल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी आदि प्रमुख शिक्षण संस्थान भी इसी सड़क पर है। हजारों की संख्या में छात्र और छात्राएं यहां पढ़ने के लिए आते हैं। वे गांव से ताजपुर चौक तक तो अपने साइकिल से चले आते हैं लेकिन चौक से अपने शिक्षण संस्थान पैदल चलकर पहुंचते हैं।
हमेशा इस सड़क पर कोई ना कोई वाहन खराब हो ही जाता है। इसमें जाम भी इस कदर हो जाता है कि लोगों को पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। घंटों जाम में छात्र छात्राओं को साइकिल से भी निकलना मुश्किल हो जाता है। शिक्षण संस्थान पहुंचने में हमेशा लेट हो जाती है। कहा जाता है कि ताजपुर नेताओं का गढ़ है। यहां बहुत प्रतिष्ठित नेता रहे हैं जो बाहर भी अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। परंतु वे आखिर क्यों इस प्रमुख सड़क को लेकर आंखें मूंदकर सोए हुए हैं? क्यों उनकी इस सड़क पर नहीं पड़ती है? इस सड़क पर प्रमुख व्यवसायी भी है। अनेक व्यवसायिक गाड़ियां भी आती रहती है। परंतु इतनी असुविधाएं के रहने पर भी यहां के नेता आंख मूंद कर सोए हुए हैं। महाराजगंज लोकसभा के स्वर्ण प्रकोष्ठ के प्रभारी निरंजन सिंह एक ऐसे नेता रहे हैं जो इस सड़क को लेकर आवाज बुलंद करते रहे है। उन्होंने कई बार प्रशासन से इस सड़क के निर्माण को लेकर मांग किया। परंतु कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो सकी। प्रशासन के द्वारा सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा सका है। उन्होंने कई बार उग्र प्रदर्शन की बात भी कही है। फिर भी प्रशासन की आंखें नहीं खुल पाई है। लेकिन इस बार निरंजन सिंह ने कहा है कि यदि प्रशासन इस पर कार्य नहीं करती है, तो ग्रामीण जनता के साथ-साथ छात्र और छात्राओं के साथ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें छपरा सिवान मुख्य पथ को भी ब्लॉक किया जाएगा। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि उक्त मार्ग पर कुछ दबंग व्यक्तियों के द्वारा अतिक्रमण भी किया गया है। इस स्थिति में नाले का निर्माण किस प्रकार से संभव है? उन्होंने प्रशासन से यह भी मांग किया कि इस अतिक्रमण को जल्द से जल्द हटाए अन्यथा प्रशासन को लेकर भी उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।