डा० राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान निर्माण में अपने अतुलनीय योगदान दिया : शैलेश कुमार गिरी
दिल्ली : भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा० राजेन्द्र प्रसाद की १३६ वीं जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए राष्ट्रीय शोषित समाज दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता शैलेश कुमार गिरी ने कहा कि बिहार के सारण प्रमंडल के जिरादेई में जन्मे देश के भारत रत्न अवॉर्ड से सम्मानित महामहिम पहले राष्ट्रपति डा० राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान निर्माण में अपना अतुलनीय योगदान दिया। पढ़ाई में अव्वल दर्जा रखने वाले राजेन्द्र बाबू की परीक्षा की कॉपी में परीक्षक ने लिखा था कि " परीक्षार्थी परीक्षक से बेहतर है ( EXAMINE IS BETTER THAN EXAMINER) " ये देश के साथ सारण प्रमंडल के फर्क के साथ गौरवान्वित होने का क्षण है और इससे देश के साथ साथ सारण के युवाओं को प्रेरणा लेने का भी कीमती समय है अतः वर्तमान परिवेश में पठन-पाठन करने वाले अध्ययनरत युवाओं को देश के प्रथम राष्ट्रपति महामहिम डा० राजेन्द्र प्रसाद से अमूल्य सिख लेने की की आवश्यकता है। मैं देश के मेरुदंड भारत के भविष्यनिर्माता छात्रों, युवाओं, अन्नपूर्णा अन्नदाता किसानों और अपने श्रमशक्ति के बल पर राष्ट्रनिर्माता मजबूर मजदूरों की ओर से सारण के साथ साथ सम्पूर्ण देश की ओर से प्रथम राष्ट्रपति महामहिम डा० राजेन्द्र प्रसाद जी के 136 वीं जयंती पर कोटि कोटि श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहना चाहता हूं कि हमारे देश के नेताओं को भी राजेन्द्र बाबू से प्रेरणा लेकर एक साफ़ - सुधरे व स्वच्छ नेतृत्व प्रदान करने की आवश्यकता है.