सीओ व थानाध्यक्ष ने बरवाघट मेला का किया निरीक्षण, गोरधोवावन मेला में लोगो की उमरी भीड़
मशरक (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह:: छपरा जिले के मशरक प्रखंड के बहरौली पंचायत के मुखिया अजित सिंह ने बताया कि पूर्वजों के अनुसार इस मेला का सम्बंध त्रेता युग से है। जब भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी अपने गुरु और छोटे भाई के साथ जनकपुर जा रहे थे तो इसी बीच कार्तिक पूर्णिमा के दिन इस नदी में हाथ-पैर धोकर सतुआ-मूली,सुथुनी खा कर गए थे। इसलिए इस दिन से इस मेला का नाम गोरधोवान मेला रखा गया। पिछले कई वर्षों से कुछ असमाजिक तत्वों के द्वारा इस मेला का रूप बदलकर पियक्कड़ों का मेला कर दिया गया था। लेकिन इस प्रशासन के कड़ी मशक्कत से मेला के 2-4 किलोमीटर के परिधि में दारू-शराब बेचने वाला तो दूर पीने वाला भी कोसों कोसो दूर रहा है। इस बार के कड़ी मेहनत के लिए सभी प्रशासनिक पदाधिकारी खासकर अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष मशरख को दिल से धन्यवाद देता हूं।