माँझी में कार्तिक पूर्णिमा मेला दो दिवसीय
माँझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: छपरा जिले के माँझी के रामघाट के पावन रामवाटिका में आज कार्तिक पूर्णिमा मेला महोत्सव के आयोजन को लेकर मेला आयोजन समिति की बैठक हुई। बैठक में मेला के कार्यक्रम के स्वरूप को लेकर उपस्थित सदस्यों के द्वारा कई बातों पर चर्चा हुई। समिति के संयोजक ई० सौरभ सन्नी ने बताया कि माँझी के आध्यात्मिक, पर्यटनिक विकास के साथ साथ सांस्कृतिक विकास और पहचान के उद्देश्य से सन 2017 से शुरू हुआ था। यह मेला महोत्सव माँझी के गरिमामयी पहचान का द्योतक है। पूरे सारण जिले से कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर पवित्र सरयू नदी में नहान ध्यान के लिए हज़ारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन पावन स्थली माँझी में होने लगा है। यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो, इसके लिए आयोजन समिति हर सम्भव उपाय करती है और करेगी। मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन का सिलसिला इस साल भी जारी है। बैठक में शामिल आयोजन समिति के कार्यक्रम पदाधिकारी बबलू शर्मा ने कहा कि इस बार महोत्सव का स्वरूप दो दिवसीय होगा। दिनांक 18 नवम्बर को शाम 6:30 में भव्य गंगा आरती एवं मेला महोत्सव का उद्घाटन समारोह होगा। इसके बाद जागरण, संत समागम एवं रामवाटिका मंदिर के पुजारी रामप्रिय दास जी के तत्वावधान में रामायण पाठ भी होगा। दिनांक 19 नवम्बर को रामायण पाठ के पूर्णाहुति के बाद दुगोला सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन दिन के दस बजे से होगा। इस क्रम में प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चलता रहेगा। ज्ञात हो कि इस दिन देश के कोने कोने से हजारों की संख्या में सिद्ध संत एवं महात्मा रामघाट पहुँचते हैं। इनके चरणधूलि से माँझी की धरती पवित्र होती रही है। वही समिति के मार्गदर्शक अध्यक्ष रंजन शर्मा ने कहा कि साल दर साल इस कार्यक्रम का विकास माँझी के पहचान का पर्याय बनता रहा है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन राजनीतिक पहचान से अलग एक सार्वजनिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम है। यह माँझी के लोगों का कार्यक्रम है और पूरे माँझी के लोग मिलकर इस आयोजन को श्रेष्ठ बनाते है।