रात में घर मे घुसे चोर, बाहर से सभी को बंद कर ले गए लाखो की संपत्ति
मांझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह:
छपरा जिले के माँझी थाना क्षेत्र के हरनारायण छपरा गांव में शुक्रवार की रात चोरों ने एक घर से नायाब तरीके से दो लाख रुपये से अधिक के जेवर, वस्त्र व कीमती बर्तन लेकर फरार हो गये। बताया जाता है कि चोरी की घटना को अंजाम देने के क्रम में चोरों ने कमरों में सो रहे घरवालों के बाहर से दरवाजा बंद भी कर दिया, ताकि कमरों से कोई बाहर निकल नही सके। पीड़ित घर के मालिक अदालत यादव ने बताया कि रात्रि में उनके परिवार के सभी लोग खाना खा कर अपने-अपने कमरे और बरामदे में सोए हुए थे। शनिवार की सुबह लगभग चार बजे जब पड़ोसियों द्वारा परम्परागत सूप बजाने की आवाज सुनकर नींद खुली तो देखा कि सभी कमरे बाहर से बंद है। हम सभी लोग घबरा गए। तत्पश्चात दरवाजा खोलने के लिए हमारे परिवार के सदस्य एक दूसरे को आवाज लगाने लगे। यह देख और सुन कर पड़ोस के लोग भी दौड़ पड़े। फिर पड़ोसियों के मदद से ही झिटकिनी के ऊपर बांधे गए रस्सी आदि को काटकर दरवाजा खोला गया तथा सभी कमरों से बाहर निकाला गया। दरवाजा खुलते ही सभी लोग टूटे बक्से व बिखरे सामान देखकर भौंचके रह गए। कमरे में रखे सारे सामान बिखरे पड़े थे। घर की पड़ताल करने के बाद पता चला कि घर में रखे गए सात सूटकेस व एक बक्सा भी ग़ायब है। कमरे में रखे गए बड़े बक्से को तोड़ कर चोरों ने कीमती आभूषण आदि चोरी कर लिया है।
आज शनिवार की सुबह पीड़ित परिवार के मुखिया अदालत यादव के द्वारा घटना की जानकारी मांझी थाना पुलिस को दी गयी है। सूचना मिलते ही माँझी थानाध्यक्ष विकास कुमार सिंह अपने दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया तथा मामले की छानबीन में जुट गए।
धान के खेत में मिले खाली बक्से व अटैची
आज कल चल रहे धान की कटनी में जब पड़ोस के खेत में धान काटने कुछ महिलाएं गईं तो उन्हें खेत में टूटे बॉक्स दिखाई दिए। तत्पश्चात उनलोगों ने गांव के अन्य लोगो को बताया। इस प्रकार यह बात भी चारो तरफ फैल गयी। यह सूचना मिलते ही माँझी थाना भी पहुंच गई तथा देखी कि धान के खेत मे चोरों ने चोरी के सभी सुटकेश व बॉक्स को तोड़कर इसी खेत मे कीमती सामान व जेवरात निकाले है व खाली बक्सों को यही फेंक दिया है। इस मामले में ग्रामीण लोगो ने थाना पुलिस से स्क्वायड डॉग बुलाने की मांग की। इस पर थानाध्यक्ष ने उनकी मांग को जायज बताया तथा तुरंत जिला प्रशासन को इसकी सूचना भी दे दी। हालांकि समाचार लिखे जाने तक कोई स्क्वायड डॉग नही पहुंच सका था जबकि लोग उसकी प्रतीक्षा में बैठे हुए थे।