साहित्य प्रेमियों के दिल मे अब एक नया चेहरा
मेंरठ (उत्तर प्रदेश) आलोक रंजन : मेरठ अपने आप में साहित्य का धरोहर रहा है। इस बीच एक युवा चेहरा जो अपने कविताओं के माध्यम से साहित्य प्रेमियों के दिलों में राज कर रही है, उस युवा शख्शियत का नाम है आकांक्षा शर्मा। आकांक्षा का जन्म 19 जनवरी 2004 को मेरठ के सरधना में हुआ है। इनके पिता का नाम कुलदीप शर्मा व माता का नाम रमा शर्मा है। इनके पिता पेशे से शिक्षक हैं। इनकी प्रारंभिक शिक्षा नवोदय विद्यालय व के.के पब्लिक स्कूल में हुआ। अभी लेखिका आकांक्षा शर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र से स्नातक की शिक्षा प्राप्त कर रही है। आकांक्षा कहती हैं कि मुझे लिखना बहुत अच्छा लगता है और बचपन से मेरा शौक रहा है। इन्होंने अपने ख्वाबों को कक्षा दस से ही पन्नों पर लिखना प्रारंभ कर दिया था। आज मेरठ के गलियों में इनके कविताओं का आवाज़ आता दिख सकता है। आकांक्षा समाज के सभी समस्याओं पर लिखती हैं और लोगों के बीच मानवीय प्रेम भी बांटती है। आकांक्षा को कई समाचार पत्र व पत्रिका में लिखने का मौका मिला। इन्होंने सांझा संग्रह के लिए भी लिखा है। इन्हें कई पुरस्कार व सम्मान से नवाजा गया है।आज भी अपने कविताओं के माध्यम से लोगों से जुड़ रही है।