सांस्कृतिक कार्यक्रम में सबके आंखों से छलके आंसू, जब पहुंचा सेना के जवान का तिरंगा में लिपटा शव
मांझी (बिहार) संवाददता मनोज सिंह: सारण जिले के रिविलगंज में शुक्रवार को सम्पन्न दूर्गा प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम में 36 घण्टे तक अनवरत चले सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत संगीत व नृत्य में भरपूर अश्लीलता परोसे जाने की शिकायतों के बीच एक ऐसा भी क्षण आया जब भीड़ में शामिल हजारों दर्शकों की आंखों से आंसुओ की अविरल गंगा बह निकली। और आखिरकार रिविलगंज का प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम सबको रुला ही दिया। हुआ यूं कि शुक्रवार की देर शाम प्रतिमा विसर्जन अपने मुकाम के करीब था। दर्शक कईसे करीं हम विदाई गीत पर अपनी संवेदना प्रकट करते हुए थिरक रहे थे। तबतक ट्रेन के आगमन की सूचना पहियां रेलवे गेटमैन को मिली और उसने ढाला बन्द कर दिया। इसी बीच बलिया नगरा निवासी व जम्मू कश्मीर में शहीद सेना के जवान रामजी यादव का तिरंगे में लिपटा व ताबूत में पैक शव लदा सेना का वाहन अखाड़ा नम्बर छह के समानांतर आ खड़ा हुआ। फिर क्या था! दर्शकों का देश प्रेम उमड़ पड़ा और आर्केस्ट्रा संचालक ने 'ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी' गीत प्रसारित कर दिया। शहीद के शव को सामने देख गीत और आकर्षक नृत्य ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इस दौरान मस्ती में झूमते हजारों दर्शकों की आंखों से आंसुओं का सैलाब छलक पड़ा। और दर्शक मस्ती भूलकर आंसुओं के सैलाब में गोता लगाने लगे। शहीद साथी का अनूठा व अजीबोगरीब सम्मान देखकर शव लेकर साथ आये सेना के जवान भी भाव विह्वल होकर रोने लगे।