जगत दर्शन न्यूज़ तथा भोजपुरी रोजाना के संयुक्त तत्वाधान में 14 सितंबर 2021 को हिंदी दिवस के अवसर पर बीकेबी हाईटेक स्कूल में आयोजित काव्य गोष्ठी में प्रस्तुत तथा चयनित सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में से एक कविता
हिंदी : हमारी पहचान
हिंदी है एक शब्द अनोखा,
जिससे जूरी है हमारी,
हाथ की रेखा!!
हिंदी है हमारी मातृभाषा
जिससे हमे मिली है ;
जीने की आशा!!
हिंदी से बना हिंदुस्तान,
हिंदुस्तान से बने हम
इसका नाम सुनते ही:
शरीर मे आ जाता है दम!!
हिंदुस्तान की नीव है हिंदी,
इसी पर टिका पुरा हिंदुस्तान;
हिंदी के बिना इसका आस्तितव् नही,
जैसे की कोई निकमा इंसान!!
हिंद है हमारे वीरो का अरमान,
हिंदी ने ही दिलाया हमे
विश्व मे एक अलग पहचान!!
हिंदी है हमारी मातृभाषा,
फिर भी लोगो को नही है इसके महत्व का ज्ञान
लोग भागते है इंग्लिश के पीछे,
जैसे की धन के कोई इंसान!!
लोग कहते है हिंदी से महत्वपूर्ण होता है इंग्लिश
पर उन्हें कौन बताये की
हिंद मे ही एक ऐसा पूत था जन्मा
जिसने दिलाया था विश्व मे हिंदी को एक नया रंग
जी हा दोस्तो उनका नाम था,
स्वामी विवेकानंद!!
रचना : शिवानी मिश्रा
सलेमपुर (सारण)
बीकेबी हाईटेक स्कूल