नंदलाल सिंह कॉलेज में नव आगंतुक विद्यार्थियों का स्वागत
दाऊदपुर(संवाददाता वीरेश सिंह): छपरा जिले के दाऊदपुरमें स्थित नंदलाल सिंह महाविद्यालय में शुक्रवार को राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना दिवस सह नव- नामांकित विद्यार्थियों का स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नव विद्यार्थियो तथा आगंतुकों को संबोधित करते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रो. के. पी. श्रीवास्तव ने कहा कि कॉलेज में सभी की 75 प्रतिशत अनिवार्य है। कॉलेज में जब शिक्षक है पढ़ाने के लिए, तो अनुपस्थित रहने का कोई औचित्य ही नहीं है। इस कॉलेज की स्थापना शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए ही हुई है। अतः सभी को कक्षा में अधिक से अधिक उपस्थित होना अनिवार्य है।
वरिष्ठ शिक्षक डॉ. आफ़ताब आलम ने भी संबोधित करते हुए कहा कि जब 2003 में हम लोगों की यहां जॉइनिंग हुई थी, तब विद्यार्थियों की संख्या यहां न के बराबर थी, परंतु शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के परिणाम स्वरुप है आज नामांकन तथा उपस्थिति दोनों में इजाफा हुआ है।
कार्यक्रम पदाधिकारी तथा संचालक डॉ. दिनेश पाल ने कहा कि विद्यार्थी अगर रिफिल में मौजूद स्याही है तो शिक्षक उस स्याही को संभाल कर रखने वाला रिफिल का कवच है। शिक्षक के बिना विद्यार्थी अपने जीवन को नहीं संभाल सकते हैं। वही स्याही अर्थात विद्यार्थी के बिना शिक्षक का भी अस्तित्व नहीं है। अतः दोनों मिलकर ही स्वच्छ समाज की रचना कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के तरफ से सपना कुमारी, ज्योति कुमारी, प्रियंका कुमारी, राहुल कुमार, स्वाति कुमारी आदि ने भी अपने विचार शिक्षकों के समक्ष रखें। इस कार्यक्रम में डॉ. श्रीभगवान ठाकुर, डॉ. आशीष प्रताप सिंह
डॉ. टी. गंगोपाध्याय, राकेश कुमार, डॉ. उपेन्द्र कुमार, डॉ. आशीष कुमार, डॉ. धनंजय सिंह, , डॉ. रूबी चंद्रा, डॉ. इन्दु कुमारी, डॉ. जी. डी. राठौड़, वसीम रजा, राजीव सिंह आदि ने भी अपने विचारों को बखूबी रखा।