मांझी(संवाददाता वीरेश सिंह): पुत्र की दीर्घायु व मंगलकामना के लिए जीउत पुत्रिका व्रत को लेकर बुधवार को छपरा जिले के मांझी स्थित सरयू नदी के तट पर प्रसिद्ध राम घाट एवं विभिन्न तलाबों स्नान के लिए भीड़ उमड़ी। इस दौरान व्रती महिलाओं ने स्नान के पश्चात पूजा अर्चना की एवं पुत्र की दिर्घायु होने के लिए जीउत पुत्रिका की कथा सुनकर पुत्र की मंगलकामना की आराधना की। तत्पश्चात स्नान के बाद महिलाओं ने विभिन्न देवी देवताओं के मंदिरों में पूजा अर्चना की।
इस व्रत को पुत्रवती महिलाओ द्वारा पूरी विधि विधान के साथ किया गया। जिउतपुत्रिका कथा श्रवण के पश्चात जिउतवाहन भगवान की बनी प्रतिमा को धागा के माला को गले मे धारण कर संतान की सलामती की दुआ मांगी। वही कई महिलाओं ने अपने संतान के संख्या के आधार पर सोने,चांदी व धागे में बनी जिउतवाहन भगवान की प्रतिमा को गले मे धारण किया। कहा जाता है कि इस व्रत को करने से पुत्रवती महिलाओ के पुत्रों की आयु लंबी होती है, साथ ही महिलाओ के सौभाग्य व वंश में बढ़ोतरी भी होती है। इस व्रत को लेकर महिलाएं चौबीस घण्टे निर्जल उपवास रखती है। हिन्दू धर्म मे संतान की सलामती के लिए जिउतिया सबसे उत्तम व्रत माना गया है।