सबसे बड़ी बात यह रही कि सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर के बाद भी भक्तो के हौसले में कोई कमी नही दिखी। इस भक्ति में डूबने के अवसर का लाभ उठाने के लिए भक्त नाव के सहारे आश्रम में पहुचें रहे है । उक्त अष्टयाम में उत्तर प्रदेश के जाने माने ब्यास सुरेन्द्र सिह की गायन मण्डली द्वारा प्रस्तुत कीर्तन में भक्तगण झूम रहे हैं।
मठ के महंत जी ने कहा कि सावन के अंतिम सोमवारी को ज्यादा से ज्यादा संख्या में भक्तगण मौनी आश्रम पधार रहे हैं तथा पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है।