■■◆पढ़ो रामायण◆■■
रामायण पढ़ने से मिलते हैं, जीवन को सच्चे नयन
बंधु अब तो पढ़ो रामायण......
बालकांड में ही तुलसी ने, बालक राम को दिखलाया
बालक को क्या-क्या करना है, जीवन में यह सिखलाया
इसको पढ़कर तुम बच्चों को, दोगे सच्चे नैन
बंधु अब तो पढ़ो रामायण.....
इसके आगे तुलसीदास ने, अयोध्या कांड बनाया
पिता पुत्र के गुरु शिष्य के, पावन स्नेह को दिखाया
इसको पढ़कर तुम जीवन को, दोगे अच्छे बैन
बंधु अब तो पढ़ो रामायण....
तीसरे कांड में तुम पाओगे भक्ति का ब्रह्मांड
आगे बढ़ते तुम्हें मिलेगा, नया अरण्यकांण्ड
इसको पढ़कर ही दुनिया में, आयेगा चित्त-चैन
बंधु अब तो पढ़ो रामायण.....
किष्किंधा में तुलसीदास ने मैत्री भाव बताया
सुग्रीव राम के परम रमणीय, मैत्री दृश्य को दिखलाया
इसको पढ़कर ही मित्रों में, आएगा शुभ बैन
बंधु अब तो पढ़ो रामायण...
आगे बढ़ते तुम्हें मिलेगा, सुंदरकांड प्रसंग
इस प्रसंग में तुम पाओगे, हनुमत शक्ति प्रचंड
इसको पढ़कर जीवन में शुभ कार्य करोगे चयन
बंधु अब तो पढ़ो रामायण.......
लंकाकांड में महाकवि ने, राम-रावण का युद्ध बताया
असत्य पर सत्य का विजय, तुलसी ने दर्शाया
इसको पढ़कर तुम जीवन में,सत्य की राह करोगे चयन
बंधु अब तो पढ़ो रामायण......
उत्तरकांड में रामभक्त ने, शान्ति का पाठ पढ़ाया
भक्ति भाव से, नम्र विनय से, जीना हमें सीखाया
इसको पढ़कर दुनिया में, आयेगा शान्ति और चैन
बंधु अब तो पढ़ो रामायण....
◆◆◆◆●●◆◆◆◆●●●●●●◆◆◆◆◆◆◆
बिजेन्द्र कुमार तिवारी
(बिजेंदर बाबू)
सम्पादक (साहित्य)
भोजपुरी रोजाना
पता : गैरतपुर, मांझी
सारण, बिहार
मोबाइल नंबर:- 7250299200